प्रिय मित्रो
सादर ब्लॉगस्ते!
दोस्तो कभी आपने सोचा है कि पहले चिट्टी किसने लिखी होगी? अगर पता चल जाए तो मुझे भी बताना | अभी हाल के कुछ सालों तक चिट्ठी एक-दूसरे के विचारों के आदान-प्रदान का प्रमुख स्रोत थी | प्रेमी-प्रेमिकाओं के जीवन का तो यह एक अभिन्न भाग थी और उन्होंने डाकिया चचा को देवदूत का पद प्रदान कर रखा था | किन्तु समय ने करवट बदली और चिट्टियों का युग भी बदला और बदल गई डाकिया चचा की किस्मत थी | अब लोगों ने डाकिया चचा को मक्खी मारने का काम सौंपकर इंटरनैट पर चिट्ठियां लिखनी आरंभ कर दी हैं तथा इन चिट्टियों को संबंधित व्यक्ति तक पहुँचाने का जिम्मा भी स्वयं ही संभाल लिया है | मतलब कि खुद ही अंतरजातीय डाकिया बन गये हैं |
आगे पढ़ें...
आगे पढ़ें...