दिनांक २०.११.२०११ को हिंदी ग़ज़ल के वर्तमान परिदृश्य को रेखांकित रवीन्द्र प्रभात,मुनौव्वर राणा और मधुर नजमी की वृहद् विवेचना जनसंदेश टाइम्स में ...........पढ़ने के लिए यहाँ किलिक करें और ऊपर में दिनांक २०.११.२०११ का विकल्प देते हुए पृष्ठ क्रमांक ७ पर किलिक कर दें ..........
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Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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रवीन्द्र जी वहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं . कभी कुशल ब्लॉग विश्लेषक की भूमिका में होते हैं तो कभी गज़लकार और व्यंग्यकार के रूप में, कभी चौबे जी की चौपाल लगा लेते हैं तो कभी हिंदी ब्लॉगिंग के इतिहासकार के रूप में सामने आ जाते हैं. इस वर्ष उनका एक और रूप सामने आया वह था उपन्यासकार के रूप में सामने आना और अपने पहले उपन्यास से ही चर्चा में आ जाना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है. ब्लॉग विश्लेषण के लिए जहां उन्हें वर्ष २००९ में संवाद सम्मान से सम्मानित किया गया था वहीँ सृजनगाथा के द्वारा जारी वक्तव्य से यह मालूम हुआ है कि उन्हें आगामी १७ दिसंबर को बैंकॉक में आयोजित अन्तराष्ट्रीय हिंदी सम्मलेन में सृजन श्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. हमें ख़ुशी है कि रवीन्द्र प्रभात जैसे कुशल रचनाकार आज हिंदी ब्लॉगिंग के अग्रणी शीर्ष पुरुष हैं . उन्हें बधाईयाँ,शुभकामनाएं और नमन !
जवाब देंहटाएंरवीन्द्र जी वहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं . कभी कुशल ब्लॉग विश्लेषक की भूमिका में होते हैं तो कभी गज़लकार और व्यंग्यकार के रूप में, कभी चौबे जी की चौपाल लगा लेते हैं तो कभी हिंदी ब्लॉगिंग के इतिहासकार के रूप में सामने आ जाते हैं. इस वर्ष उनका एक और रूप सामने आया वह था उपन्यासकार के रूप में सामने आना और अपने पहले उपन्यास से ही चर्चा में आ जाना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है. ब्लॉग विश्लेषण के लिए जहां उन्हें वर्ष २००९ में संवाद सम्मान से सम्मानित किया गया था वहीँ सृजनगाथा के द्वारा जारी वक्तव्य से यह मालूम हुआ है कि उन्हें आगामी १७ दिसंबर को बैंकॉक में आयोजित अन्तराष्ट्रीय हिंदी सम्मलेन में सृजन श्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. हमें ख़ुशी है कि रवीन्द्र प्रभात जैसे कुशल रचनाकार आज हिंदी ब्लॉगिंग के अग्रणी शीर्ष पुरुष हैं . उन्हें बधाईयाँ,शुभकामनाएं और नमन !
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने पाण्डेय जी, रवीन्द्र जी साहित्य और ब्लॉगिंग में सार्थक हस्तक्षेप रहते हैं , यह उनका समर्पण है .
जवाब देंहटाएंजानकारी के लिए आभार अविनाश जी !
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