हिन्दी ब्लॉगिंग के अनुभव ने फेरी लगवाई, हो रही है कमाई |
जब यह आश्वासन मिला कि अब वे ऐसा कारनामा नहीं करेंगे और न ही किसी को इस तरह की कारगुजारियों के लिए प्रेरित करेंगे, तब ब्लॉग स्पाट से इन तालों को हटवा दिया गया है।
इससे स्पष्ट है कि हिन्दी ब्लॉंगिंग से गद्दारी करने वालों को ब्लॉग स्पाट भी माफ नहीं करता है। अतएव, वे अपनी इस तरह की करतूतों पर रोक लगाएं। जिसे देश और भाषा के स्वाभिमान के नाम पर आंच न आए।
जांच में यह भी सामने आया है कि हिन्दी ब्लॉगर को अंग्रेजी ब्लॉगिंग में कमाई का लालच दिखला कर जिस प्रख्यात ब्लॉगर ने भड़काया था, उसके गीतों को अंग्रेजी में लयबद्ध रूप में लिखने के आदेश पारित कर दिए गए हैं।
क्योंकि हिन्दी ब्लॉगिंग के गेट पर लगा हुआ ताला हट गया है इसलिए अब आप सब खुशियां मना सकते हैं। इन खुशियों को जारी रहने देने के लिए इस पोस्ट पर टिप्पणी न करने की सूरत में ...........;; होने वाली किसी भी प्रकार की हानि के लिए ब्लॉगर स्वयं जिम्मेदार होंगे।
हर कोई अपनी हानि के लिए खुद जिम्मेदार होगा। हम किसी की हानि के जिम्मेदार न होंगे।
जवाब देंहटाएंच च च यह क्या हाल कर डाला ब्लॉगर से अपने इनामों का? रद्दी के भाव मैं बेच रहे हैं. भाई ब्लॉगर महराज ने ताला खोला तो दिखा यह कि हर एक ब्लोग्स मैं से कुछ ना कुछ चोरो हो गया. कहीं पोस्ट तो कहीं टिप्पणी. कहीं यह वहीं चोरी का माल तो नहीं बिक रहा.
जवाब देंहटाएंहानि से बचने हेतु ये लीजिये हमारी एक अदद टिप्पणी
जवाब देंहटाएंतो जे बात थी...वाह जी वाह. आगे से ख्याल रखा जाय.
जवाब देंहटाएंबहुत सही!!!
जवाब देंहटाएंपॉडकास्ट भी करते हैं क्या...ठेले पर लिखा नहीं है :)
जवाब देंहटाएंइस मरम्मती में टिप्पणियाँ कहाँ गायब हो गईं ....
जवाब देंहटाएंभय्या हल्का हाथ रखो , कहीं ताले दोबारा न लटक जाएँ ?
जवाब देंहटाएंब्लॉगस्पॉट उन्हें भी ढूँढ रहा है जो हिन्दी ब्लॉगर्स हिन्दी दुनिया से तौबा करवा रहे हैं .
http://quranse.blogspot.com/2011/05/quranic-teachings.html
अरे भैया मेरे जैसे ब्लागरों का क्या जो हिंदी ओर इंग्लिश दोनों मे ही लिखते हैं :(
जवाब देंहटाएंअरे
जवाब देंहटाएंजे का
आप तो कनाट प्लेस पे दुकान खोल रये थे न