यह कलयुगी गणेश किसका पुण्‍य है

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  • हिन्‍दी ब्‍लॉगर
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  • लेखक बनने के लिए पापड़
    और पापड़ बनाने के लिए
    कलम चलानी पड़ती है

    यह हिंदी का लेखन है
    मेरे भाई
    लिखो तो लगता है
    पापड़ बेल रहे हैं

    पापड़ बेलो तो
    होते हैं लेख तैयार
    कलयुगी गणेश
    तुम किस लेखक
    का पाप हो
    पुण्‍य के शाप से
    अभिशाप की भाप से
    तन बदन सुलग रहा है।

    1 टिप्पणी:

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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