कुट्टू आटे का कहर, आटा बन गया जहर : जय माता की

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • कुट्टू कुनामी हो गया
    सारी बदनामी सह गया

    नीयत आदमी की खोटिली
    कुटीली चालों में घिर गया

    मिलावट करी इंसान ने
    इंसान ने ही तो जान ली

    अब इंसान ही बचायेगा खुदको
    खुदा का कहर इसको कह गया

    भूकंप नहीं है कुट्टू का आटा
    उससे कम नहीं अब रह गया

    कुट्टू कुनामी हो गया
    सारी बदनामी सह गया

    कुट्टू का आटा कह रहा है
    व्रत तो रखो पर बरतो मत

    मेरी मिलावट को अब परखो मत
    मिलावट मुझमें बदनीयति है तेरी

    गिरहबान में तू अपनी झांक ले इंसां
    इंसान को करता है इंसान ही परेशां


    कुट्टू के आटे को इस कुनामी से निजात दिलाने के तुरंत सक्रिय हो जायें और अपने अपने ब्‍लॉगों और अन्‍य सोशल माध्‍यमों पर कुट्टू के आटे के प्रयोग को न करने की चेतावनी जारी करके, मानव धर्म निभायें। दिए गए लिंक पर जाकर पूरी जानकारी वो वाकिफ हों और सबको करें।

    जय माता की।

    3 टिप्‍पणियां:

    1. आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
      प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
      कल (7-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
      देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
      अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।

      http://charchamanch.blogspot.com/

      जवाब देंहटाएं
    2. इस तरह मनुष्य की आस्था और जिंदगियों से खिलवाड़ करने वालों को भयानक दंड दिया जाना चाहिए |

      जवाब देंहटाएं
    3. खाने की चीजों में जहरीली, हानिकारक वस्तुओं की मिलावट अत्यंत ही जघन्य अपराध है । ये पैसे के भूखे लोगों द्वारा की जा रही मानवता की हत्या है ।

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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