सूरत से सिंगरौली व्हाया जबलपुर जाते समय जबलपुरियों हत्थे चढ़ गये राज़ दुलारे अलबेला के साथ आज न कल देर रात तक फ़ागुन की आहट का स्वागत किया गया बिल्लोरे निवास पर डाक्टर विजय तिवारी "किसलय" बवाल ,और हमने यक़ीं न हीं तो देख लीजिये और पढ़ भी लीजिये यहां सचित्र समाचार मिसफ़िट पर
अलबेला खत्री लाइव फ़्राम जबलपुर
Posted on by बाल भवन जबलपुर in
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भली-भली सी एक सूरत...
जवाब देंहटाएंभला-भला....!
मगर इसकी आवाज?
बाप रे बाप ! ये तो बहुत जोरदार कॉम्बिनेशन है। अलबेला के साथ बवाल ? वाह वाह जैसे कोई लफ्जों की गिरह खोल रहा है। बवाल जी दिखते एकदम सौम्य हैं मगर आवाज बवाल ही है। किसलय जी की कविता तो बहुत मजेदार और जबरदस्त लगी शंकर जी वाली। गिरीश जी ने तो गजब किया। डार्लिंग ये नयापन है। बहुत मजा आ गया सुपरहिट। अलबेला जी ने जो सुनाया वो शायद ही कभी सुनने मिलता। अलबेला जी सचमुच अलबेला हैं। हा हा किसलय को मिसलय। किसलय जी के बालों पर बहुत बढ़िया चुटकुले सुनाए गिरीष जी अलबेला जी और बवाल जी ने। मैनें पूरा सुना। लगा कि दौड़ कर अपने देश वापस आ जाऊँ। क्या जबलपुर ऐसा है जहाँ इतनी मस्ती होती है। जब भी इंडिया आऊँगा जबलपुर जरूर जाऊँगा। वाह वाह। आपका बहुत बहुत थैंक्यू जो आपने इतना मस्त प्रोग्राम दिखाया।
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