अभिव्‍यक्ति का अनुभूतिय आनंद

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • आज लखनऊ से लौटे हैं चौबे जी और हाथ-मुह धोके बईठ गए अपने चबूतरा पर कहें कि आज की चौपाल के का मुद्दा है राम भरोसे ? राम भरोसे के जब कुछ ना समझ मा आया तो बोला मुद्दा का है महाराज, कुछो मुद्दा  नाही है आज आपो थके हैं चौबे बाबा, कुछ बतकही सुनाईये लखनऊ की !







    चौबे जी की चौपाल में आज : 

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