भ्रष्‍टाचार और महंगाई का तांडव

http://cartoondhamaka.blogspot.com/ सुरेश शर्मा

महंगाई का चिल्‍लाना सरकार सह नहीं सकती है, इसकी चिल्‍लाहट से सरकार के संकट में घिरने भय रहता है इसलिए साईलेंट किलर की तरह सक्रिय रखा जाता है और जनता चिल्‍लाती रहती परंतु सरकार उस ओर से बेफिक्र है, यह बेफिक्री पांच साल के लिए तय है। सरकार सब कुछ बर्दाश्‍त कर सकती है परंतु महंगाई का रोना उसे स्‍वीकार्य नहीं है।

भ्रष्‍टाचार तो अनेक रूपों में मौजूद है। आप किस किसको हटायेंगे। दूसरों को हटाते हटाते अपना मुख ....  पसंद आए तो मुझे क्लिक कीजिए
 
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