पन्नाधाय ने अपने पुत्र का बलिदान देकर चित्तौड़ के राजकुमार उदयसिंह की जीवन रक्षा की ठीक उसी तरह मारवाड़ बलुन्दा ठिकाने के शासक मोहकमसिंह की रानी बाघेली ने जोधपुर के राजकुमार अजीतसिंह को औरंगजेब के चुंगल से निकालने के लिए अपनी दूध पीती राजकुमारी का बलिदान दिया और शिशु राजकुमार अजीतसिंह को बचाकर उनका लालन-पालन किया | रानी बाघेली उस समय परिस्थितियों को भांप अपनी पुत्री का बलिदान नहीं देती तो आज राजस्थान का इतिहास कुछ और ही होता | औरंगजेब राजकुमार अजीतसिंह की हत्या करवाता या धर्म परिवर्तन कर उन्हें मुसलमान बना देता |
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रानी बाघेली का बलिदान
Posted on by Gyan Darpan in