.मुंबई मैं तेल माफिया तो भाई केंद्र सरकार कि नाक के नीचे दिल्ली मै गेस माफिया ................

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  • मुंबई मैं तेल माफिया तो भाई केंद्र सरकार कि नाक के नीचे दिल्ली मै गेस माफिया ................


    ...फ्री मैं गाडी चलाने के बाद भी हजारो कि बचत .....


    ...पारुल गेस एजेंसी झाडोदा बुराड़ी ....लोगों को पंद्रह पन्दरह दिन तक गेस बुक होने के बाद भी सिलंडर नही मिलता .... नथूपुरा , इब्राहिमपुर , डी सी एम् कालोनी , बुराड़ी , संत नगर , कोशिक इन्क्लेव , हरित विहार , सुशांत विहार , कमल विहार , नाथू कालोनी , प्रधान इन्क्लेव , जगतपुर , मुकुंदपुर , झडोडा , बाबा कालोनी , जेसे दर्जनों गावों को गेस कि जबरदस्त दिक्कत हैं ..इनका कहना हैं कि 15 / 15 दिन तक गेस नही मिलती ..काम नोकरी छोडकर छुट्टी लेकर दो दो दिन तक यहाँ चक्कर काटने पड़ते हैं ....फिर भी शाम के खाने के लिए गेस मिले ये जरूरी नही ....गेस बुक कराने के सरकार दस तरीके बताती हैं ..इनके जो फोन नंबर स्लिप पर दिये होते हैं वे मिलते ही नही ..जब कोई मिलता हैं तो कोई उठता ही नही ..इसकी सच्चाई जाने के लिए लोगों ने जब एजेंसी के अन्दर जाकर फोन मिलाया देखा कि उबके मोबाइल मैं घंटी बजती हैं पर एजेंसी मैं बेल नही आ रही इससे साफ था कि कोई ऐसा उपाय इन लोगों ने कर रखा हैं कि जब ये चाहे फोन बजेगा जब न चाहे नही बजेगा ,,,उसका ओन ऑफ़ एजेंसी कि मेज के नीचे से ही होता हैं ......
    जब गेस मिलती हैं तो क्या होता हैं ..सुनिए पहले तो कई दिन मैं गेस आती हैं ..फिर जो थ्री व्हीलर वाला गेस लाएगा उसके तराजू पर गेस पूरी होगी पर आप अपने तराजू पर तोलोगें तो गेस हर सिलेंडर मैं दो से एक किलो कम मिलेगी ..यहा गेस देने वाला ओटो वाला कहता हैं कि वो घर के अलावा कही वजन नही करवाएगा ..सभी लोग अलग से तराजू नही ला पाते और ये सोचकर ले लेते हैं कि कोई बात नही सिलेंडर आया तो सही दो किलो कम ले लेंगें कहाँ बाहर टोल करवाएगें.... कई बार टोल करवाकर देखा कि गेस कम हैं ..दूसरा सिलेंडर तोला उसमें भी कम ....तीसरे मैं भी कम ..सभी मैं कम हैं लेनी हो तो लो नही तो दो दिन बाद पूरा सिलेंडर मिलेगा ... थ्री व्हीलर से गेस लाने वालों पर आरोप होता हैं कि ये गेस कम देते हैं ये गेस कि कटिंग करते हैं ..खाली जगह मैं या किसी प्लाट मैं गाडी लगा पहले सारे सिलेंडरों से पिन द्वारा दो दो किलो गेस निकाली जाती हैं उसके बाद घरों मैं जाती हैं ..ये थ्री व्हीलर से सप्लाई करने वाले ऐसा क्यों करते हैं इनकी भी मज़बूरी हैं ..ये अपनी गाड़ी फ्री मैं एजेंसी मैं लगाते हैं ...कोई पेशा नही लेते ..इससे एजेंसी को फ्री मैं गाडी मिल जाती हैं ..और ये थ्री व्हीलर वाले गेस कटिंग से इतना पेशा कमाते हैं कि इनको फ्री मैं गाडी चलाने के बाद भी हजारो कि बचत ..........
    .एक तो महेंगाई ऊपर से ये सरेआम लूट अधिकारी चुप ..लोग शिकायत कहाँ करे जहा शिकायत करनी होती हैं वहां तो गेस कटिंग से हिस्सेदारी जाती हैं ...लोग साइटों पर शिकायत डाल डाल भी थक गये कुछ नही हुआ .................होगा केसे indirect मैं अधिकारियों ने अजेसियों मैं हिस्सेदारी कर ली हैं ..गरीबों कि कमाई ये लोग खुले आम खा रहे हैं सरकार हैं कि चुप बेठी हैं ....सबसे बुरा हाल हैं पारूल गेस एजेंसी का जो उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी एरिया मैं ..लोगों का इस पर आरोप हैं कि इस एजेंसी मैं इंडियन आयल के एक अधिकारी कि हिस्सेदारी हैं ..इस कारण कुछ नही होगा ............
    आज लोगों ने बुराड़ी कि निगम पार्षद बिमला त्यागी से भी सम्पर्क किया तो उन्हें जांच का आश्वासन मिला हैं ..आश्वासन जनता को पहले भी मिले हैं ..सिलेंडर तो नही मिलते पर आश्वाशन जरूर मिलते हैं .. अब लोग जाए तो कहा जाए ...........मुंबई मैं तेल माफिया तो भाई केंद्र सरकार कि नाक के नीचे दिल्ली मै गेस माफिया ................
    अनिल अत्री दिल्ली ....................

    3 टिप्‍पणियां:

    1. जहां राजा जैसे नाक के भीतर मौजूद हैं तो नाक के नीचे ऐसे वैसे कैसे कैसे तो होंगे ही।

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    2. कहीं तेल माफिया और कहीं खेल माफिया ! माफिया के सारे गुनाह माफ हैं . दूर से ही दिख रहा सब कुछ साफ़- साफ़ है.

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    3. माफिया ....माफिया ..अब क्या करें भाई ....सब लुट गए इस देश को ..इतिहास पढ़ कर देखो ...किसने ने नहीं लुटा ..

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
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