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वरमाला के बाद बिन दुल्हन लौटती बारात पहुंची थाने ----मामला उत्तरी दिल्ली के सब्जीमंडी थाने इलाके का है जहाँ 21 Feb कि शाम एक ही घर कि दो सगी बहनों कि शादी कोटला मुबारकपुर के दो सगे भाइयों से होने वाली थी ----बारात लड़की के दरवाजे तक भी आई ,वरमाला कि रस्म भी बड़े धूम धाम से पूरी हुयी --मगर उसके बाद जो हुआ उसकी कल्पना किसी ने नहीं कि होगी -----लड़कीवालों ने अपनी तरफ से दान दहेज का भी पूरा इंतजाम किया था ---दोनों लड़कों को एक एक कार भी देने का इंतजाम था मगर एन मौके पर दहेज़ में 50 लाख कि मान ने सारी बात खराब कार दिया और बारात बिना दुल्हन के वापस जाने लगी लेकिन पहुच गए थाने---- मामाला चाहे कुछ भी हो आरोप दुल्हन पक्ष का यही हैं कि दहेज कि मांग .....और 21 Feb कि शाम से 22 Feb कि शाम तक बरात सब्जी मंडी थाने मैं हैं ...
.................. मलका गंज के इस मकान में बीती रात दो सगी बहनों क ख ग और अ ब स कि शादी थी ----मगर आज यहाँ मौत सा सन्नाटा पसरा है और इसको तोड़ रही है रह कर आती सिसकियाँ ----हालाँकि बेटी कि विदाई के बाद तो अकसर घर में वीराने का माहौल रहता है मगर दरवाजे पर आई बारात के बिन दुल्हन के लौटने के बाद घरवालों का क्या हाल होता है ये कोई आज इस घर के लोगों से पूछे ----हाथों में मेहंदी लगी रह गयी ----माथे का टिका सजा रह गया ---कल तक इन दोनों बहनों के मन में उमंग कि लहरें हिलकोरें ले रही थी ----अपने आने वाले जीवन और जीवनसाथी को लेकर दोनों ने कई सपने बुन रहे थे ----मगर आज ये किसी को अपनी शक्ल भी नहीं दिखाना चाहती हैं ---
.................. मलका गंज के इस मकान में बीती रात दो सगी बहनों क ख ग और अ ब स कि शादी थी ----मगर आज यहाँ मौत सा सन्नाटा पसरा है और इसको तोड़ रही है रह कर आती सिसकियाँ ----हालाँकि बेटी कि विदाई के बाद तो अकसर घर में वीराने का माहौल रहता है मगर दरवाजे पर आई बारात के बिन दुल्हन के लौटने के बाद घरवालों का क्या हाल होता है ये कोई आज इस घर के लोगों से पूछे ----हाथों में मेहंदी लगी रह गयी ----माथे का टिका सजा रह गया ---कल तक इन दोनों बहनों के मन में उमंग कि लहरें हिलकोरें ले रही थी ----अपने आने वाले जीवन और जीवनसाथी को लेकर दोनों ने कई सपने बुन रहे थे ----मगर आज ये किसी को अपनी शक्ल भी नहीं दिखाना चाहती हैं ---
मामला आगे भी हैं उसके लिए जरा हमारा ये लिंक भी क्लिक कीजिये ...........................
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अनिल अत्री दिल्ली .......................
दहेज़ हमारे सभ्य समाज पर भयंकर कोढ़ है | ऐसे दहेजलोभियों के कारण जाने कितनी निर्दोष लड़कियों को असहनीय वेदना झेलनी पड़ रही है | दोषियों को कानूनन सजा के साथ-साथ सामाजिक बहिष्कार की सजा भी
जवाब देंहटाएंमिलनी चाहिए |