ब्लॉग विमर्श -१

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  • Padm Singh
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  • कुछ समय से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में होने वाली ब्लागर गोष्ठियों और कार्यशालाओं में जाने का अवसर मिला है. हर बार कुछ ऐसे लोगों से मिलना हुआ जो या तो नए ब्लागर है अथवा अभी ब्लागिंग के बारे में नहीं जानते. हिंदी ब्लागिंग को लेकर ऐसे लोगों में उत्कंठा और उत्सुकता भी दिखी. लेकिन हिंदी ब्लागिंग को उसके शैशव काल में ही तमाम बीमारियों ने जकड़ लिया है. अच्छे एग्रीगेटरों की अनुपलब्धता, स्वयम्भू मठाधीशों की गुटबाजी, और सस्ती लोकप्रियता के टोटकों ने हिंदी ब्लागिंग का स्तर गिराने का ही कार्य किया है. कई अच्छे लेखन सर्वथा उपेक्षित दीखते हैं, जबकि ढेर सारे सस्ते और व्यर्थ के विषय प्रसिद्धि पा रहे हैं. आज संभवतः हिंदी ब्लागिंग में पढ़ने वालों से अधिक लिखने वाले हैं उसपर भी टिप्पणी पाने की लालसा से ब्लागिंग करना उनके स्तर को उच्च नहीं रख पाता है. ब्लागिंग हिंदी ब्लागिंग जब कि अभी अन्य कई भाषाओं से संख्या के मामले में काफी पीछे है, अभी से आतंरिक कलह, राजनीति, क्षेत्रवाद, गुटबाजी जैसी समस्याओं से ग्रसित दीखता है.
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    4 टिप्‍पणियां:

    1. गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ....

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    2. कभी तो किसी विदेश की तरह भारत मै भी इंटरनेट फ्री होगा ....तभी मेरे गाँव जुडेगें ..नही तो ये शहरों मै ही घूमेगा ..गांवों मै तो प्राइवेट कम्पनियों के इंटरनेट इस नई सदी मै भी नही चल रहे ,,,,अब इंटरनेट को भी गाँव चलना होगा .................भारत गाँव मै बसता है ..जिस दिन ब्लॉग गाँव पहुचेगा किसी दूसरी भाषा की हिम्मत नही की वो हन्दी को टक्कर दे दे

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    3. सार्थक रचना...
      गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं...

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    4. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
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