पहली बार मिले होंगे, क्या ऐसा लग रहा है |
अविनाश जी का इंतज़ार करते तक हमारी जो बातें हुईं उससे मुझे किंचित हैरानी हुई। राधारमण जी ब्लॉग जगत की हर उथल-पुथल से ना सिर्फ वाकिफ़ हैं बल्कि कई विवादास्पद व पुरानी बातें भी उनके संज्ञान में हैं। अविनाश जी की कॉल फिर आई, वह रास्ता भटक गए थे। हम दोनों परिसर के ग़ेट तक जा कर अविनाश जी को साथ ले आए। पूरा पढ़ने और प्रतिक्रिया के लिए क्लिक कीजिए
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