कर्मनाशा के सिद्धेश्‍वर ने ब्‍लॉगर सम्‍मेलन के बारे में कहा है कि .....

सिद्धेश्‍वर
'हिन्दी भाषा और साहित्य के विकास में ब्लॉगिंग की भूमिका'  पर विषय प्रवर्तन करते हुए रवीन्द्र प्रभात ने आँकड़ों के माध्यम से हिन्दी ब्लॉगिंग का एक खाका प्रस्तुत किया , हिन्दी भाषा व साहित्य की नई रचनाशीलता , नए भाषाई संस्कार, सृजन की नई त्वरा, साहित्य के मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन और ब्लॉगिंग के माध्यम से अवतरित हो रहीं एक से एक एक्स्क्लूसिव चीजों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे इस काम की उपादेयता व गुणवत्ता का महत्व आने वाला समय  बताएगा इसलिए सचेत, सजग  व सहभागी होते हुए सार्थक रचने की जरूरत है। पवन चंदन ने कई उद्धरणॊं के माध्यम से ब्लॉगिंग के विकास व विस्तार पर प्रकाश डाला। रणधीर सिंह 'सुमन' ने कहा कि बहुत से स्थापित साहित्यकारों का रुझान ब्लॉगिंग की ओर हो रहा है; यह एक शुभ संकेत है। राजीव तनेजा , केवल राम, पद्म सिंह  और मनोज पांडेय ने  भाषा , साहित्य, समाज और ब्लॉगिंग के अंतर्संबंधों के विविध पक्षों  को उद्घाटित किया। मुख्य अतिथि  अविनाश वाचस्पति ने ब्लॉगिंग के वर्तमान के प्रति आश्वस्ति प्रकट करते हुए इसके भविष्य को लेकर सजग व क्रियाशील होने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि विद्याथियों को हिन्दी भाषा में कंप्य़ूटिंग और ब्लॉगिंग के प्रति रुचि जागृत करके उद्देश्य से स्कूलों में कार्यशालाओं का अयोजन किया जाना चाहिए ताकि आज जो लोग भी इस दिशा में कार्य कर रहे हैं उसे आगे बढ़ाते हुए एक नई दिशा का निर्माण संभव हो सके। कार्यक्रम अध्यक्ष डा० इन्द्र राम ने कहा कि यह उनके लिए एक  नया अनुभव है जब साहित्य और ब्लॉगिंग से  जुड़े रचना धर्मियों का सानिध्य एक छोटे से कस्बे से जुड़े इस गाँव को प्राप्त हो रहा है। सुबह जिस गर्मजोशी से 'मयंक' जी ने सभी स्वागत किया था उसी गर्मजोशी से उन्होंने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस पूरे कार्यक्रम का सफल - सुंदर संचालन 'सरस पायस' के संपादक रावेंद्र कुमार रवि ने किया। जबलपुर में बैठे गिरीश बिल्लौरे 'मुकुल' के श्रम , संयोजन व स्नेह से इस आयोजन की लाइव कवरेज इंटरनेट के जरिये पूरी दुनिया में व्यापती रही। यह काम निश्चित रूप से एक बड़ा और हिन्दी ब्लॉगिंग के लिए दूरगामी प्रभाव छोड़ने वाला काम है। पूरा पढ़ने और प्रतिक्रिया देने के लिए यहां पर क्लिक कीजिए
 
Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz