कॉमनमैन के लिए लुटना कंपल्सरी है। सरकार से लुटने के अनेक फायदे हैं। सरकार चाकू नहीं मारती है, वो मुर्गी नहीं काटती, अंडे सहेजती है, फिर इकट्ठे कर बाजार में बेचती है। आम आदमी को मार दिया गया तो सरकार की वे योजनाएं, जो आम आदमियों के लिए हैं, धरी की धरी रह जायेंगी।
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निकम्मी नहीं, लुटेरी है सरकार : डीएलए में आज पढि़ए
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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