हट जा भाई आगे सै |
तो भर जाता है
चैनलों और अखबारों का धरातल
हमारे कार्य डूब जाते हैं
चले जाते हैं रसातल
उनकी ही चर्चा होती है
जो चर्चा में होते हैं
हम चर्चा में नहीं हैं
इसलिए हमारी चर्चा कौन करे
पूरा पढ़ने के लिए यहां माउस का टैक्ट्रर चलाएं
हट जा भाई आगे सै |