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सादर/सस्नेह
दिल से मिले दिल और खुशबू फैल गई |
इंटरनेशनल ब्लॉगर सम्मेलन एक विस्तृत रिपोर्ट
आज दिनांक १३ नवंबर को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित , NATIONAL INSTITUE OF NATIONAL AFFAIRS ,प्रवासी टुडे के तत्वाधान में हिंदी संसार एवं नुक्कड ( सामूहिक ब्लॉग ) द्वारा आयोजित हिंदी ब्लॉग विमर्श सफ़लतापूर्वक ,संपन्न हुआ । अपराह्न तीन बजे से लेकर पांच बजे तक आयोजित सम्मेलन के मुख्य अतिथि , प्रवासी भारतीय कनाडा निवासी प्रमुख ब्लॉगर व साहित्यकार ,समीर लाल उर्फ़ उडनतश्तरी ( इनके ब्लॉग का नाम ) थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में , प्रख्यात व्यंग्यकार श्री जनमेजय और विख्यात तकनीक विशेषज्ञ बालेन्दु दाधीच जी ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई । कार्यक्रम के संयोजक की भूमिका, साहित्यकार अविनाश वाचस्पति ( नुक्कड ,सामूहिक ब्लॉग के मॉडरेटर ) ने निभाई तो संचालन का जिम्मा अनिल जोशी ने, जो हिंदी संसार एवं अक्षरम् से जुडे हैं , ने सफलतापूर्वक संभाला । इनके अलावा सुश्री सरोज जी ने भी इस कार्यक्रम के संयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।इस कार्यक्रम में दिल्ली एवं आसपास के लगभग चालीस ब्लॉगरों ने शिरकत की तो वहीं विख्यात मीडिया रिसर्च स्कॉलर और टेक्नीनिया इंस्टीच्यूट आफ मॉस कम्युनिकेशन के विभाग प्रमुख सुधीर रिंटन के नेतृत्व में लगभग पच्चीस मीडिया शिक्षार्थियों ने अपनी सक्रिय भागीदारी की । संगोष्ठी में हिस्सा लेने वाले ब्लॉगरों में सुश्री सुनीता शानू, डॉ वेद व्यथित ,सुरेश यादव , नारी सामूहिक ब्लॉग की मॉडरेटर सुश्री रचना , पाखी पत्रिका की उपसंपादक सुश्री प्रतिभा कुशवाहा और मयंक सक्सेना , के अलावा लगभग चालीस प्रसिद्ध ब्लॉगरों ,सतीश सक्सेना ,डॉ टी एस दराल , अरविंद चतुर्वेदी , एम वर्मा , रतन सिंह शेखावत , पद्म सिंह , नीरज जाट , शाहनवाज सिद्दिकी , विनोद पांडेय, राजीव एवं संजू तनेजा , तारकेश्वर गिरि , अजय कुमार झा , कनिष्क कश्यप , कौशल मिश्रा , नवीन चंद्र जोशी , मोहिन्दर कुमार , निर्मल वैद , पंकंज नारायण, दीपक बाबा , अपूर्वा बजाज के अतिरिक्त सुश्री रिया नागपाल,जो ब्लॉगिंग पर ही रिसर्च कर रही हैं , ने आभासी परिचय को प्रत्यक्ष अनुभव में बदलते हुए न सिर्फ़ एक दूसरे को जाना बल्कि ब्लॉगजगत के वर्तमान और भविष्य को लेकर आपस में विचार विमर्श भी किया ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अनिल जोशी ने , पहले तीनों माननीय अतिथियों को पुष्प गुच्छ प्रदान करवाते हुए उनका हार्दिक स्वागत किया । कार्यक्रम के प्रारंभ में , विख्यात मीडियाकर्मी एवं ब्लॉगर खुशदीप सहगल जी के पूज्य पिताजी के हाल हीं हुए निधन पर दुख प्रकट करते हुए दो मिनट का मौन रखा । इसके पश्चात औपचारिक परिचय और संक्षिप्त विचार आदान प्रदान का दौर चला । स्वागत भाषण में अविनाश वाचस्पति ने कहा कि सार्थक ब्लॉगिंग आखिर है क्या, यही सवाल सबके सामने है। जहां तक मेरा विचार है कि ध्वस्त हो रहे जीवन मूल्यों, सामाजिकता, जनसेवा की भावना को पूरा रचनात्मक सकारात्मकता के साथ आपस में साझा करना, जिसके मानवता की बेहतरी की ओर तेज कदमों से आगे बढ़ा जा सके। । विशेष रूप से आमंत्रित तकनीक विशेषज्ञ बालेन्दु दाधीच ने अपनी बात रखते हुए हिंदी ब्लॉगिंग की वर्तमान स्थिति , रुझान , समस्याएं , सं भावानाओं आदि पर खुल कर बोलते हुए न सिर्फ़ ब्लॉगर्स को आंकडों की भाषा में बताया समझाया, बल्कि कई बारीकियों को भी साझा किया । बीच में बीच में अल्पाहार और चाय कॉफ़ी का दौर भी चलता रहा । गगनांचल और व्यंग्ययात्रा के संपादक प्रेम जनमेजय ने कहा कि वे इस क्षेत्र में नए हैं, इसलिए सबका साथ अपेक्षित है । प्रवासी भारतीय और हिंदी ब्लॉगिंग के सुपर स्टार माने जाने वाले अत्यधिक लोकप्रिय समीर लाल ने अपने मस्तमौला अंदाज़ में बोलते हुए न सिर्फ़ अपने अनुभव बांटे , बल्कि वहां मौजूद ब्लॉगरों एवं शिक्षार्थियों की जिज्ञासा का समाधान भी किया। सभी सहमत थे कि आने वाले समय में हिंदी ब्लॉगिंग एक बडी ताकत के रूप में उभर कर सामने आ रहा है । इसलिए ब्लॉगिंग करने वाले हर ब्लॉगर को एक जिम्मेदारी का स्वत: अहसास होना चाहिए । लगभग तीन घंटे तक चली इस संगोष्ठी में सौहार्दपूर्ण वातावरण में सभी ने ब्लॉगिंग के विभिन्न आयामों पर चर्चा की । वर्षांत पर और कई संगोष्ठियों के आयोजन की सूचना अजय कुमार झा ने दी है।
समग्र रिपोर्ट ..
जवाब देंहटाएंkripa karkae mujhe kewal 'rachna" hi likha karey mae blog jagat mae isii naam sae jaanee jaatee hun report mae sanshodhan kar lae aabahr hoga
जवाब देंहटाएंइसे प्रीफ़ेस कहिये और विस्तार की प्रतीक्षा है
जवाब देंहटाएंसादर
abhi to udghatan pata chala vistrit report ka intjaar rahega.
जवाब देंहटाएंइतने सार्थक, बेतकल्लुफी तथा बेबाकी से भरे कार्यक्रम में हिस्सेदारी करना हमेशा याद रहेगा। अविनाश वाचस्पति जी और अनिल जी ने बहुत अच्छी पहल की और समीर जी के भारत आगमन को एक यादगार कार्यक्रम की शक्ल दे दी। सब मित्रों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए हिंदी ब्लॉग विश्व की ताजा स्थिति का लेखा-जोखा सामने रख दिया। बहुत आनंददायक कार्यक्रम रहा जिसमें बहुत कुछ नया जानने और सीखने को मिला। अनिल जी और अविनाश जी तो सार्थक आयोजनों के लिए जाने ही जाते हैं, उनसे इसी किस्म के उच्च स्तरीय आयोजन की अपेक्षा थी। सबको बधाई और धन्यवाद। इस सारगर्भित रिपोर्ट और चित्रों के लिए भी।
जवाब देंहटाएंmalum nahi tha agar pata hota to hum bhi aate.
जवाब देंहटाएंअविनाश जी इस आयोजन के लिये प्रशन्सा के पात्र हैं. नेट पर ब्लोगर्स से परिचय और आमने सामने मिलने में जमीन आसमान का फ़र्क है. समीर जी का भी आभार कि उन्होंने अपने व्यस्त समय में से समय निकाल कर इस सम्मेलन में भाग ले कर उपस्थित ब्लोगर्स के साथ अपना अनुभव बांटा. यह मिलन बहुत सुखद रहा.
जवाब देंहटाएंअविनाश जी
जवाब देंहटाएंविस्तृत एवं सारगर्भित रिपोर्ट के लिए आभार.
पढ़ कर अच्छा लगा कि इस कार्यक्रम में दिल्ली एवं आसापस के लगभग चालीस ब्लॉगर्स ने शिरकत की तो वहीं विख्यात मीडिया रिसर्च स्कॉलर श्री सुधीर के नेतृत्व में लगभग पच्चीस मीडिया शिक्षार्थियों ने अपनी सक्रिय भागीदारी की .
निश्चित तौर पर भाई समीर लाल जी, वाचस्पति जी, आप जैसे लोगों की शिरकत से ब्लॉग जगत को निःसंदेह लाभ होगा. इसके साथ ही मीडिया प्रशिक्षार्थियों का भा ज्ञानवर्धन हुआ होगा.
- विजय तिवारी " किसलय "
हिन्दी साहित्य संगम जबलपुर
बढ़िया रिपोर्ट
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रिपोर्ट साथ ही साथ एक बहुत ही बेहतरीन और कामयाब ब्लोगर विमर्श के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया,विस्तृत एवं सारगर्भित रिपोर्ट के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंMohinder Kumar jee, aapki report ka intezaar hai.
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