आज देखिये
समय पर
समय निकल गया
तो
यू ट्यूब पर
खोज कर
किस्तों में
देख पायें
लगता है कि
फिर आनंद
उतना नहीं उठा पायेंगे।
इसे सुन जायें
भली बातों को अपनायें
सबको बतलायें
हिन्दी ब्लॉगिंग में
सार्थक करें और
करने वालों का साथ निभायें।
सुनने-देखने के बाद
अपनी प्रतिक्रिया अवश्य
यहां पर दर्ज करायें।
मौका गर चूक गया तो .... आनंद नहीं आयेगा
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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कविता वाचक्नव,
वर्धा ब्लॉगर सेमिनार
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thik hai.narayan narayan
जवाब देंहटाएंटाटा स्काई इतना एक्टिव नहीं है कि एक्टिव इण्डिया चैनल दिखा सके ... फ़िलहाल तो हम कल्पनाओं में खुश हैं ... अग्रिम रिपोर्ट का इंतज़ार है
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