कोई इलाज हो तो बताइये बन्धु
Posted on by Subhash Rai in
हे मित्र, सुनिये, आप से ही कह रहा हूं. साखी पर टिप्पड़ी की समस्या आ रही है. टिप्पड़ी बाक्स कई बार टिप्पड़ी लेता नहीं है. कई मित्रों ने कहा है, कई लोग परेशान होकर लौट जाते हैं, कई मित्र मुझसे कहते हैं पर मैं इस मामले में बड़ा नादान हूं . क्या करूं समझ में नहीं आता. आप के पास कोई इलाज हो तो बताइये न.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
यह तो वास्तव में बहुत ही गंभीर समस्या है लेकिन अगर हम गंभीर हो जायेंगे तो हल नहीं निकल पायेगा। वैसे एक उपाय है कि आप रोजाना 101 नए ब्लॉगों की पोस्टों पर 101 टिप्पणियों का दान करें। मुझे विश्वास है कि गूगल बाबा या ब्लॉगस्पॉट देवता आपके इस पवित्र कार्य से अवश्य ही प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा से आपकी समस्या हल हो जाएगी। अब मैं हंसूंगा नहीं, नहीं तो आप सचमुच में मजाक समझ लेंगे। जो बंधु इस उपाय से सहमत हों वे यहां पर अवश्य ही अपनी टिप्पणी छोड़ें। समस्या की गंभीरता से इसका कोई संबंध नहीं है। उपाय बतलाने और करने वालों का भी सहर्ष स्वागत है।
जवाब देंहटाएंभाई हमें तो नहीं पता ...
जवाब देंहटाएंयहाँ भी आये एवं कुछ कहे :-
समझे गायत्री मन्त्र का सही अर्थ
टिप्पड़ी ?
जवाब देंहटाएंटिप्पणी ले लेगा असल में वो टिप्पड़ी नहीं लेता
आप रोजाना 101 नए ब्लॉगों की पोस्टों पर 101 टिप्पणियों का दान करें। मुझे विश्वास है कि गूगल बाबा या ब्लॉगस्पॉट देवता आपके इस पवित्र कार्य से अवश्य ही प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा से आपकी समस्या हल हो जाएगी।
जवाब देंहटाएंAap is upay ko karege to avashya hi kary siddh hoga:) To shuru ho jaiye......
kari= labhkari padhen
जवाब देंहटाएंबड़े मौज से टिप्पणी हो रही हैं !!
जवाब देंहटाएंमै तो कर रहा हूँ टिप्पणी ..कोई समस्या नहीं !!! !
जवाब देंहटाएंजब बीमारी ही नहीं ....तो इलाज कैसा ?
जवाब देंहटाएंडा. साहब ...कोई दिक्कत नहीं हुई मुझे |
जवाब देंहटाएं....मैं तो वहां तीन टिप्पणी करके मिटा भी आया हूँ ......और चौथी अब करने जा रहा पढ़कर !!! हूँ ...पोस्ट पढ़ कर |
lalit sharma ne jo sujhav diya hai, us par dhyan de.sub theek ho jayega..
जवाब देंहटाएंहो तो रही है...
जवाब देंहटाएंललित जी, समीर जी, गिरीश भाई सही कह रहे हैं. मैं भी ऐसा ही मह्सूस कर रहा हूं पर वो लोग कह रहे हैं कि वो टिप्पणी (क़्यों बिल्लोरे जी अब तो ठीक है न?)नहीं ले रहा. अविनाश जी का उपाय बड़ी साधना की मांग करता है. फिर भी देखता हूं.
जवाब देंहटाएंप्रवीण जी से बात हो गयी है, काम बन जायेगा.
जवाब देंहटाएं