पवित्रा अग्रवाल रचित लघु कथा संस्था

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • शहर की सात आठ साहित्यिक संस्थाओं ने मिल कर दिल्ली से आये एक लेखक के सम्मान में गोष्ठी का आयोजन किया .

    अतिथि लेखक के एक घंटा विलंब से आने के बाद भी सभा में आठ दस लोग ही उपस्थित थे .

    लेखक के साथ आई उनकी पत्नी ने अपनी स्थानीय मित्र से पूछा--'यह सम्मान गोष्ठी तो कई साहित्यिक संस्थाओ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई थी .मैं तो सोच रही थी कि बहुत लोग आये होंगे पर यहाँ तो .....'

    मित्र ने बताया --'यहाँ उपस्थित हर व्यक्ति अपनी बनाई किसी संस्था का अध्यक्ष है. इस तरह हर आदमी अपने आप में एक संस्था है .

    पवित्रा अग्रवाल जी की अन्‍य लघुकथाएं पढ़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक कीजिए
    पवित्रा अग्रवाल रचित लघुकथा अनुमान
    पवित्रा अग्रवाल रचित लघुकथा मजबूरी
    पवित्रा अग्रवाल रचित लघुकथा उलझन


    घरोंदा --4-7-126 ईसामिया बाजार ,हैदराबाद --500027

    2 टिप्‍पणियां:

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