(उपदेश सक्सेना)
भोपाल गैस कांड पर हाल में आये फैसले के बाद बहुत लोगों ने इस बारे में काफी कुछ लिखा, अपना विरोध प्रगट किया, मगर मेरे नज़रिए से इस बारे में एक ऐसा मुद्दा अछूता रह गया है जिस पर भी गौर किया जाना बेहद ज़रूरी है. भोपाल के हज़ारों-लाखों गैस पीड़ितों के आंसुओं से कमाई की फसल सींचने में सामाजिक संगटनों की बड़ी भूमिका रही है. इस बात की जांच की जाए कि 1984 में गैस हादसे के पूर्व इन गैर सरकारी संगटनों के मुखियाओं की माली हालत क्या-कैसी थी, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं.........More……www.aidichoti.blogspot.com
इन्होंने बेच खाए गैस पीड़ितों के कफ़न...
Posted on by उपदेश सक्सेना in
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SAHI KHA AAP NE
जवाब देंहटाएंआईये पढें ... अमृत वाणी।
जवाब देंहटाएंलेख पढकर मन प्रसन्न ।
जवाब देंहटाएंविचारणीय आलेख
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट चर्चा ब्लाग4वार्ता पर भी है.