आवश्यक सूचना
मेट्रो से आने वाले नांगलोई रेलवे स्टेशन के मेट्रो स्टेशन पर उतरें। पहला स्टेशन नांगलोई का है और दूसरा नांगलोई रेलवे स्टेशन है। इसी दूसरे वाले पर उतरना है।
बस से आने वाले लोकेश सिनेमा के बस स्टैंड पर उतरें और वहां से दस मिनिट पैदल चलकर वे जाट धर्मशाला पहुंच सकेंगे।
धर्मशाला का पूरा नाम छोटूराम जाट धर्मशाला है।
आ रहे हैं आप
बुला रहे हैं हम
धूप डिगा पाएगी
क्या हमारे कदम ?
या अब बहाना कोई
नया बनायेंगे हम।
मानस में है भरपूर
विचारों की खजूर
खूब खाइये और
लुटाइये पोस्टों और
टिप्पणियों में जरूर।
टूट जाएं
छूट जाएं
मन के सारे
गरूर
प्यार में मिलें सब ऐसे
सारी दूरियां हो जाएं दूर।
मैं तो आ रहा हूं. कितने ही सम्मेलन सुने, सोचा जाऊंगा-जाऊंगा...इस बार चाहे यम भी रोके, मैं ज़रूर पहुंच जाऊंगा...
जवाब देंहटाएंo bhai tarikh toh bata do............
जवाब देंहटाएंअलबेला जी तारीख तो अब ख़त्म हो चुकी है
जवाब देंहटाएंरविवार २३-मई
सायं ३ बजे से
आप उड़कर आ जाईये
जब एक कलाकार कोशिश करता है कि कला संवर जाए तो कला संवर जाती है इसलिए 2 के साथ 2 ही सुंदर लग रहा था। इसलिए वही लगा दिया गया था और तारीख हो गई 22
जवाब देंहटाएंकला खत्म हो गई तारीख हो गई 23
पर इंसान से ही होती हैं गलतियां
हमने मान भी ली और सुधार भी दी
आप तो हमारे भावों को समझिए।
जिन पोस्टों में भी गलत चला गया है वे बदल लें। वैसे वही रहे तो भी पढ़ें समझें 23
जवाब देंहटाएंलो सुलझ गई समस्या।
आज सुबह-सुबह अजय झा जी का फोन आया था. और इस सम्मेलन में जरूर आने का न्योता मिल गया था. ऑफिस पहुंचते-पहुंचते कुछ और मित्रों का फोन आया कि चल रहे हो न... जब अपना मेल बॉक्स खोला तो आमंत्रण ही आमंत्रण. भाई इतने आमंत्रणों को ठुकराना मेरे बूते से बाहर की बात है. सो मैं भी चंडी भाई की तरह जरूर पहुंच जाऊंगा.
जवाब देंहटाएंआशुतोष कुमार सिंह
http://aapandesh.blogspot.com/
आशुतोष जी स्वागत है सभी का। सब मिलकर ही करेंगे। इंतजार रहेगा आपसे मिलने का।
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा और सराहनीय प्रयास जिसकी जितनी तारीफ की जाय वो कम होगी ....आने और मिलने कि बड़ी इच्छा थी,परंतु...........मेरी शुभकामनाएं ही पहुँच रही हैं. आप सब लोग मिलकर सार्थक चिंतन करे और अवगत करा दें.इस समारोह के आयोजक को मेरी ओर से शुभकामनाएं एवं बधाई।
जवाब देंहटाएंयह जो सिर पर ब्लॉगर के आप घाव देख रहे हैं। यह किसी पोलखोलू बेनामी ब्लॉगर ने पत्थर दे मारा है। इसलिए भविष्य में हम जो भी चित्र बनायेंगे,उसे हेलमेट अवश्य पहनायेंगे। पर यह भी हो सकता है तब तक हमारे ये यूनीक साथी भी सुधर जायें। इसलिए पोलखोलू जी की टिप्पणियों से विचलित न हों, उन पर कमेंट भी न करें और धैर्य बनाये रखें। संभव हो तो पोलखोलू महाशय की टिप्पणी को डिलीट कर लें।
जवाब देंहटाएंकुमार जलजला जी वहां पहुंच रहे हैं। अब इनकी उचित चिकित्सा वे ही प्रिस्क्राइब करेंगे।
जवाब देंहटाएंआप सब को बहुत बहुत बधाई ओर मेरी शुभकामनाये इस "इंटरनेशनल दिल्ली हिन्दी ब्लॉगर मिलन" की सफ़लता के लिये
जवाब देंहटाएंदिल्ली के ब्लागर इंटरनेशनल मिलन समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचने वाले सभी ब्लागर साथियों को कुमार जलजला का नमस्कार. मित्रों यह सम्मेलन हर हाल में यादगार रहे इस बात की कोशिश जरूर करिएगा। यह तभी संभव है जब आप सभी इस सम्मेलन में विनाशकारी ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए शपथ लें। जलजला भी आप सभी का शुभचिन्तक है और हिन्दी ब्लागिंग को तथाकथित मठाधीशों से मुक्त कराने के एकल प्रयास में जुटा हुआ है. पिछले दिनों एक प्रतियोगिता की बात मैंने सिर्फ इसलिए की थी ताकि लोगों का ध्यान दूसरी तरफ भी जा सकें. झगड़ों को खत्म करने के लिए मुझे यही जरूरी लगा. मेरे इस कृत्य से जिन्हे दुख पहुंचा हो उनसे मैं पहले ही क्षमायाचना कर चुका हूं. हां एक बात और बताना चाहता हूं कि थोड़े से खर्च में प्रतियोगिता के लिए आप सभी हामी भर देते तो भी आयोजन करके इस बात की खुशी होती कि चलो झगड़े खत्म हुए. मैं कल के ब्लागर सम्मेलन में हर हाल में मौजूद रहूंगा लेकिन यह मेरा दावा है कि कोई मुझे पहचान नहीं पाएगा.
जवाब देंहटाएंआप सभी एक दूसरे का परिचय प्राप्त कर लेंगे फिर भी मेरा परिचय प्राप्त नहीं कर पाएंगे. यह तय है कि मैं मौजूद रहूंगा. आपकी सुविधा के लिए बताना चाहता हूं कि मैं लाल रंग की टी शर्ट पहनकर आऊंगा..( बाकी आप ताड़ते रहिएगा.. सब कुछ अभी बता दूंगा तो मजा किरकिरा हो जाएगा .बाकी अविनाशजी मुझे पहचानते हैं लेकिन मैंने उनसे निवेदन किया है कि जब तक सब न पहचान ले तब तक मेरी पहचान को सार्वजनिक मत करिएगा.
आप सभी को शुभकामनाएं. अग्रिम बधाई.
वेन्यु चुनने में थोड़ी गलती है , दिल्ली वालो को भी समस्या होगी , सेन्ट्रल दिल्ली ने कही पर होती तो जयादा अच्छा होता . खैर आने की कोशीश करूंगा
जवाब देंहटाएंhttp://madhavrai.blogspot.com/
http://qsba.blogspot.com/
सब भाईयों और बहिनों को मेरा प्यार/ नमस्ते/प्रणाम
जवाब देंहटाएंभाई इच्छा अनुसार अभिवादन सिलेक्ट कर लें.
कितने किस्मत वाले हैं आप सभी,आपस में मिलेंगे,बाते करेंगे,नए दोस्त बनेगे,नए रिश्ते शुरू होंगे. ब्लॉग की ढेर सारी बातें होगी.
ओह! बाकि याद करे ना करे पर ........... जब आप लोग खायेंगे ,पीयेंगे मुझे अपने करीब पाएंगे. किसी को भी हिचकी आये य उलझ कर खांसने लगे समझ लीजियेगा कि मृत आत्मा को 'धुप' दिया जाता है उसी तरह इंदु पुरी को भी.........
हा हा हा
गर्मी का ध्यान रखें,दिल इतनाsss बड़ा रखें.
shubh kaamnayen
ब्लॉगर मीट की सफलता हेतु शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएं@कुमार जलजला
जवाब देंहटाएंयार तुम्हारी हरकतों से तो उस ब्लॉगर की याद आ गई जो आईपीएल के पहले एडीशन में कोलकाता नाइटराइडर्स की अंदर की बातें ब्लॉग पर लिखता था...सब सोचते रहे वो ब्लॉगर कौन सा खिलाड़ी है, लेकिन उसकी पहचान आखिर तक नहीं खुल पाई...इसी तरह अब तुम कह रहे हो कि कल तुम ब्लॉगर्स मीट में मौजूद रहोगे...लेकिन तुम्हे कोई पहचान नहीं पाएगा...ये बात कह कर तुमने मेरे सामने एक धर्मसंकट पैदा कर दिया है...इस तरह तो ब्लॉगर्स मीट में जो जो ब्लॉगर्स भी पहुंचेंगे, उन सब पर ही शक किया जाने लगेगा कि उनमें से ही कोई एक कुमार जलजला है...मान लीजिए पच्चीस-तीस ब्लॉगर्स पहुंचते हैं...वैसे ब्लॉगवुड में इस वक्त पंद्रह से बीस हज़ार ब्ल़ॉगर्स बताए जाते हैं...यानि इन पंद्रह से बीस हज़ार से घटकर कुमार जलजला होने की शक की सुई सिर्फ पच्चीस-तीस ब्लॉगर्स पर आ जाएगी...तो क्या तुम इस तरह कल की मीटिंग में मौजूद रहने वाले दूसरे ब्लॉगर्स के साथ अन्याय नहीं करोगे...अविनाश वाचस्पति भाई से भी कहूंगा कि इस विरोधाभास को दूर किया जाए, अन्यथा पूरे ब्लॉगवुड में गलत संदेश दिया जाएगा...
जय हिंद..
ओह ये ब्लागर मिलन भी रह जायेगा। ऐसा क्यों होता है कि हर ब्लागर मिलन के दौरान कोई ना कोई प्रोजेक्ट या एक्जाम्स हो रहे होते हैं। खैर कौलेज की जिन्दगी से निकलने का वक्त आ चुका है। फिर और मौके मिलेंगे। आप सभी को एक अच्छी मीट के लिये शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंनहीं आ सकती विदेश में हूँ टिकेट मिलने की संभावना नहीं
जवाब देंहटाएंआप लोग मेरी वजह से ब्लागर मीट में आने का कार्यक्रम न छोड़े. वह तो अविनाश वाचस्पति साहब ने ही अपनी पोस्ट में लिखा था कि जलजला मौजूद रहेगा इसलिए मैं दिल्ली पहुंच गया था. अब लौट रहा हूं. आप सभी लोग लाल-पीली-नीली जिस तरह की टीशर्ट संदूक से मिले वह पहनकर कार्यक्रम में पहुंच सकते हैं.
जवाब देंहटाएंयह दुनिया बड़ी विचित्र है..... पहले तो कहते हैं कि सामने आओ... सामने आओ, और फिर जब कोई सामने आने के लिए तैयार हो जाता है तो कहते हैं हम नहीं आएंगे. जरा दिल से सोचिएगा कि मैंने अब तक किसी को क्या नुकसान पहुंचाया है. किसकी भैंस खोल दी है। आप लोग न अच्छा मजाक सह सकते हैं और न ही आप लोगों को सच अच्छा लगता है.जलजला ने अपनी किसी भी टिप्पणी में किसी की अवमानना करने का प्रयास कभी नहीं किया. मैं तो आप सब लोगों को जानता हूं लेकिन मुझे जाने बगैर आप लोगों ने मुझे फिरकापरस्त, पिलपिला, पानी का जला, बुलबुला और भी न जाने कितनी विचित्र किस्म की गालियां दी है. क्या मेरा अपराध सिर्फ यही है कि मैंने ज्ञानचंद विवाद से आप लोगों का ध्यान हटाने का प्रयास किया। क्या मेरा अपराध यही है कि मैंने सम्मान देने की बात कही. क्या मेरा यह प्रयास लोगों के दिलों में नफरत का बीज बोने का प्रयास है. क्या इतने कमजोर है आप लोग कि आप लोगों का मन भारी हो जाएगा. जलजला भी इसी देश का नागरिक है और बीमार तो कतई नहीं है कि उसे रांची भेजने की जरूरत पड़े. आप लोगों की एक बार फिर से शुभकामनाएं. मेरा यकीन मानिए मैं सम्मेलन को हर हाल में सफल होते हुए ही देखना चाहता हूं. आप सब यदि मुझे सम्मेलन में सबसे अंत में श्रद्धाजंलि देते हुए याद करेंगे तो मैं आपका आभारी रहूंगा. मैं लाल टीशर्ट पहनकर आया था और अपनी काली कार से वापस जा रहा हूं. मेरा लैपटाप मेरा साथ दे रहा है.