परिकल्‍पना ब्‍लॉगोत्‍सव 2010 में से जीशान जैदी की पोस्‍ट जनसत्‍ता में प्रकाशित हुई है







क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं?

3 टिप्‍पणियां:

आपके आने के लिए धन्यवाद
लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

 
Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz