संकट में नौजवान टीवी जर्नलिस्ट

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  • - लेखक : अतुल पाठक, 25-Apr-10
    बात अक्षय की जो एक बीमारी से पीडित है। बीमारी ने उसे ऐसा जकड़ा कि इलाज में पिता की जीवन भर की पूंजी खर्च हो गई इसके बाद भी वो ठीक नही हुआ क्योंकि तब तब इस बीमारी की सही थेरेपी नही आई थी। अब जबकि बीमारी के इलाज की कारगर पद्धति आ गई है पिता के पास बेटे के इलाज के लिए पैसे नही है। यदि समय पर इलाज नही मिला तो युवक का जीवन बचाना मुश्किल होगा।
    नाम अक्षय कत्यानी हटटा कटटा गबरू जवान 70 किलो वजन दिखने में स्मार्ट, लेकिन एक बीमारी ने उसे 40 किलो का हाडमांस का पुतला बना दिया । पढाई पूरी की तो टीवी जर्नलिस्ट बन गया लेकिन इस बीमारी के कारण नौकरी छोडनी पड गई और बिस्तर पकड लिया। प्रायवेट बिजनेस करने वाले पिता सुधीर कात्यानी ने बेटे के इलाज के लिए अपने जीवन भर की कमाई खपा दी। गाड़ी बंगला बेच दिया। लेकिन वो ठीक नही हुआ। अब अचानक डाक्टरों ने बताया कि इस बीमारी का कारगर इलाज आ गया है। सिर्फ दो लाख खर्च होंगे। लेकिन अब जबकि वो दाने - दाने को मोहताज हो गए हैं। बेटे के इलाज के लिए दो लाख कहां से लाएं तो क्या इकलौते जवान बेटे को यूँ ही हाथ से चले जाने दे।
    मजबूर पिता क्या करे? मदद के लिए सबने हाथ खडे कर दिए हैं। बेटे को अल्सरेटिव्ह कोलाईटिस है। खून की उल्टी दस्त होते हैं। खाना खाते नही बनता। कैंसे माँ - बाप अपने जिगर के टुकडे को तिल - तिल मरते देखें। एक तो बीमारी दूसरा मां - बाप की बेबसी बेटे से देखी नही जाती वो भी ऐंसी जिंदगी से निराश होता जा रहा है। आखिर क्या करे वो कहां जाए। उसकी भी इच्छा है कि मां-बाप के सपनो को पूरा करे। अभी तो पूरी जिंदगी पडी है उसके सामने। सिर्फ दो लाख के पीछे क्या जान जली जाऐगी उसकी। फिलहाल पैसे के अभाव में इलाज रूका है। क्या इस नौजवान को हम दुनिया से विदा हो जाने दें। ऐसे समय में समाज को सामने आना होगा। इस नौजवान की मदद के लिए आईए और इसकी मदद कीजिए। रोशन कीजिए अक्षय की दुनिया को जी लेने दीजिए एक जवान को अपनी पूरी जिंदगी ।
    (अतुल पाठक , संपर्क : atul21ap@gmail.com_)
    यदि आप अक्षय की कोई मदद करना चाहते हैं तो इन नम्बरों पर संपर्क कर सकते हैं :
    योगेश पाण्डेय - 09826591082,
    सुधीर कत्यानी (अक्षय के पिता) - 09329632420,
    अंकित जोशी (अक्षय के मित्र) - 09827743380,09669527866

    Thanks & Regards,
    Pushkar Pushp
    Editor - in - Chief,
    Media Mantra
    http://mediakhabar.com
    http://mediamantraonline.com
    India's First Bilingual Media Website
    09999177575.

    Respected all,
    I am extremely shocked to read this. Although I was unknown to him but called him today and wish for his quick betterment. God bless him.
    Regards-
    Rajnish Kumar
    www.rajnisharai.blogspot.com

    Information for making help-
    Name- Sudhir Kumar Katyayani,
    Account No.- 09322011002264,
    Bank Name- Oriental Bank of Commerce,
    Branch- Arera Colony Branch, Bhopal (M.P.),
    Residential Address- M 365, Bharat Apartment (Near Water Tank),
    Gautam Nagar, Bhopal (M.P.),
    Mob-09329632420

    6 टिप्‍पणियां:

    1. कुछ दिनों से देख पढ़ रहा हूं। पर आज इस पोस्‍ट में खाता संख्‍या संबंधी निम्‍न जानकारी मिल गई है।
      Name- Sudhir Kumar Katyayani,
      Account No.- 09322011002264,
      Bank Name- Oriental Bank of Commerce,
      Branch- Arera Colony Branch, Bhopal (M.P.)
      कल मतलब मंगलवार को ही मैं इसमें एक हजार रुपये जमा कर रहा हूं। एक शुरूआत है। आप भी अगर आर्थिक रूप से सक्षम हैं तो ऐसा ही नेक कदम उठाएं। मैं अतुल पाठक से तो परिचित नहीं हूं परन्‍तु मदद करने के लिए परिचितता आवश्‍यक नहीं है। मुझे यह भी नहीं लगता कि कोई सरकारी मदद मिल सकती है, मिल सकेगी। पर उसकी उम्‍मीद क्‍यों करें हम, हम तो बस शुरू हो जाएं अभी।

      जो भी सक्षम हैं और मदद करने का जज्‍बा रखते हैं। हम अपनी बेमर्जी से अपनी जेब तो कटवा सकते हैं। अपना वर्षों से संचित माल-असबाब तो लुटवा सकते हैं। पर ऐसे मौकों पर चुप्‍पी क्‍यों साध लेते हैं ? वैसे निश्चित रूप से मदद पहुंचना आरंभ हो चुकी होगी।

      तो हाथ मत बांधिए
      कतार बांधिए
      और बांधिए बंधन ऐसा
      जिस पर मानवता
      कर सके गर्व
      ऐसा निभायें धर्म
      सबसे बड़ा मानवधर्म
      इसे अनदेखा मत कीजिए

      अपने मन से पूछिए

      वो आपकी नेक विचारों की

      अवश्‍य तस्‍दीक करेगा।

      यह मत सोचिए कि मेरे एक हजार रुपये से क्‍या होगा ? एक हजार भी नहीं चाहिए सिर्फ एक हजार रुपये देने वाले 200 इंसान चाहिएं। नुक्‍कड़ पर अवश्‍य ही 50 इंसान तो मिल सकेंगे। चाहते तो सब होंगे मदद करना। पर 50 ने भी कर दी तो हो गई है शुरूआत। न भी हो, पर मैं क्‍यों रूकूं, मैं तो अपना कर्म करता चलूं। मालूम नहीं दिन कितने हैं, पर दिनों की प्रतीक्षा क्‍यों करें, आज ही इस नेक काम को क्‍यों नहीं करें ?

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    2. मैं भोपाल में ही हूं। यही सही रहेगा कि यहीं पर उनकी मदद करूं। खाता क्रमांक भी दिया है और अन्य सम्पर्क सूत्र भी। मैं भी उन्हीं दो सौ लोगों में हूं जो इस साथी के मित्र, परिजन या हितैषी जो चाहें समझें, हैं।

      आभार।

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    3. अभी मैंने सुधीर जी से फोन पर बात की है और जो जानकारी मुझे हासिल हुई है, के अनुसार विवरण देते हुए मैं आज दिन में एक अपील इसी और संबंधित ब्‍लॉगों पर जारी करूंगा। तब तक आपमें से सहयोग के इच्‍छुक सज्‍जन अपना मन बना लें।

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    4. इस जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, सुधीर कि समस्या जरूर हल होगी. बूँद बूँद से सागर भार जाता है, फिर हमारा थोड़ा सा सहयोग भी इस राशि को पूरा कर देगा. मेरा सहयोग भी इस खाते में जाएगा. हजारों ब्लॉगर है बस थोड़ा सा सहयोग करें तो एक जीवन बच सकता है. मेरी बेटी का जीवन इसी तरह से बचा था. उसकोplasma की जरूरत थी और उसका blood AB + था . आई आई टी के लोगों ने उस विषम स्थिति में मुझे पूरा सहयोग दिया और मेरी बेटी मेरे पास है.

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    5. @ अजित वडनेडकर

      जैसा कि कल आपसे खुशदीप भाई की बात हुई है, के अनुसार अभी अक्षय से और अतुल पाठक से बात हुई है। उन्‍हें आपका नंबर दे दिया है और दोपहर बाद बात करने और इस संबंध में क्‍या किया जा सकता है, के लिए आपसे विमर्श के लिए कहा है।

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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