तीन दिन बाद समारोह की भव्य शुरूआत हो रही है। इसमें आप ही हैं। यह आपके लिए ही है। इसे आप ही कर रहे हैं। इसमें आपकी ही भलाई है। इससे हिन्दी ब्लॉगिंग की उन्नति के लिए नए नए द्वार खुल रहे हैं। इन दरवाजों को आप ही खोल रहे हैं। किसी के खटखटाने पर द्वार खोलना भारतीय परंपरा है। तो उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए आपको भी इस तरह से खटखटाया जा रहा है।
यह मंच है परिकल्पना ब्लॉग उत्सव 2010 का। यह उत्सव 15 अप्रैल 2010 से आरंभ हो रहा है। यह दो महीने तक चलेगा। इसमें आप भी अपनी रचनाएं भेज कर योगदान दीजिए। आप भेज चुके हैं तो अन्य साथियों को प्रेरित कीजिए। अपने सुझाव भी दीजिए कि इसे और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है। यह उत्सव आपका है।
जो चिट्ठाकार अभी तक इस उत्सव में शामिल नहीं हो सके हैं , वे अविलंब अपनी रचनाएँ संक्षिप्त परिचय और फोटो के साथ ravindra.prabhat @gmail.com पर प्रेषित कर सकते हैं।
परिकल्पना ब्लॉग उत्सव का आगाज़ 15 अप्रैल 2010 से
हिन्दी ब्लॉगरों क्या आपको मालूम है कि .......
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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अविनाश वाचस्पति,
परिकल्पना ब्लॉग उत्सव 2010
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परिकल्पना ब्लॉग उत्सव 2010 की सफलता के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंगर्मी में ठंडक ....
जवाब देंहटाएंजानकारी देने के लिए शुक्रिया!
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