दिल्ली में ब्लॉगर मिलन
रविवार 7 फरवरी टवेंटी टैन को है
Day :- The 7th Day of Febrauary(sunday)2010
Time:- 11 a.m. to 4.oo p.m.
Place :- GGS FAST FOOD AND BANQUET
PLOT NO. 14, LAKSHMI NAGAR
DISTRICT CENTRE
DELHI -110092
PH:- 011-42448800
ब्लॉगर मिलन अवश्य होगा
सब मिलेंगे सबसे
इंतजार कर रहे हैं कब से
पिछली बार 15 नवम्बर 2009 को मिले थे
तब मैं नहीं मिल पाया
मैं हवा में था
आप सब जमीन पर थे।
इस बार मैं भी जमीन पर हूं
देखिये कोई बहाना नहीं चलेगा
कि सनडे है
बहुत तेज सन चमक रहा है
गर्मी बहुत तेज है
या ठंड है
पर ठंड को पड़ गई है ठंड।
विश्व पुस्तक मेला आज समापन होना है
जिसने समापन होना है
वो तो आपके बिना भी हो जायेगा
पर यहां पर वो बहाना काम नहीं आयेगा।
मैं तो भूल ही गया था
क्योंकि सनडे है और
सनडे को मैं देर तक सोता हूं
मुझे याद ही नहीं रहा
मैंने कंप्यूटर ही नहीं खोला था
मुझे आज भी आफिस में काम है
मुझे एक शादी में जाना है
पत्नी ने परमीशन नहीं दी है
मतलब कोई बहाना नहीं बनाना है
ब्लॉगर मिलन में जरूर आना है।
काजल जी कर रहे हैं दूर से ही
बल्ले बल्ले
दिल्ली में हैं तो दिल दिखलायें
हम सबका दिल तो न दुखायें
7 फरवरी 2010 को
कोई बहाना नहीं बनायें
कोई बहाना नहीं चलेगा।
यह भी मत कहिएगा कि
मेल नहीं देखी थी
लाईट नहीं थी
कंप्यूटर खराब हो गया था
हैंग हो गया था
या रात को ज्यादा पीली थी
हैंग हो गया था।
यह भी बहाना नहीं चलेगा
कि बस कौन सी जाती है वहां पर
यह नहीं मालूम था
आटो वाला चलने के लिए तैयार नहीं हुआ
हमारे यहां पर तो बारिश हो रही थी
मेट्रो की वजह से यातायात जाम था
मैं घर से तो चला था
पर बाद में पता चला
पर्स/मोबाइल घर पर ही छूट गया
इसलिए मैं वापिस लौट गया।
आपने कोई पेमेंट थोड़े ही करनी है
मोबाइल मेरा इस्तेमाल कर लेना
पर बहाना मत बनाना
क्योंकि कोई बहाना नहीं चलेगा
आपको आना ही पड़ेगा
जब इतने दिल से
इतने दिन से
बुला रहे हैं
फिर भी आप बहाना बना रहे हैं।
अगर आप ब्लॉगर सच्चे हैं
कंप्यूटर के खटरागी नहीं है
खटराग करने से नहीं बचे हैं
इसलिए आना ही होगा
बहाना नहीं बनाना
बहाना नहीं चलेगा।
जिसने बहाना बनाया
उसको खूब सारी टिप्पणियां दी जायेंगी
उसकी पसंद भी सबसे ज्यादा चटकाई जायेंगी
मतलब आप बहाना बनायेंगे, नहीं आयेंगे
तो आपको कल वहीं पर पुरस्कृत किया जायेगा
पुरस्कृत होने तो आना ही होगा
पुरस्कार आपका आपको ही मिलेगा।
पोस्ट लगा रहा था
टिप्पणी दे रहा था
पसंद चटका रहा था
नापसंद चटका रहा था
ये तो रोज की बातें हैं
आओ रविवार को
कर लेते मुलाकातें हैं।
सूची देखिये इसमें बहुत सारे नाम अभी तक नहीं जुड़े हैं।
तो बस जगह आप सबने नोट कर ही ली है , अच्छा अच्छा आप सोच रहे हैं कि कौन कौन पहुंच रहे हैं झाजी ने बताया ही नहीं
श्री राज भाटिया जी
श्री अविनाश वाचस्पति जी ,
डा. टी एस दराल जी ,
श्री खुशदीप सहगल जी ,
श्री महफ़ूज़ अली जी ,
श्री तारकेशवर गिरि जी ,
श्री सतीश सक्सेना जी ,
श्री नीरज जाट जी ,
श्री लिमटी खरे जी ,
श्री विनीत कुमार जी ,
श्री राजीव तनेजा जी,
श्रीमती संजू तनेजा जी ,
श्री मिथिलेश दूबे ,
श्री विनीत उत्पल जी,
श्री नीशू तिवारी,
श्री प्रवीण पथिक जी ,
श्री मोईन शम्सी जी ,
श्री एम वर्मा जी ,
श्री यशवंत जी ,
श्री पवन कुमार जी ,
श्री सत्येन्द्र कुमार जी ,
श्री धीरू सिंह जी ,
पं वत्स जी ,
इस सूची में जुड़ते जाइये।
नाक मत कटवाइयेगा
बाहर से सब आ रहे हैं
आप भी अवश्य आइयेगा।
इस में बीएस पाबला जी का नाम गायब कैसे?
जवाब देंहटाएंbahut bahut swagat raaj ji ka
जवाब देंहटाएंaayojan ki safalta ke liye shubh kaamnaayen
main bhi aane ka ichhuk hoon lekin kal aur ek zaroori farz ada karna hai isliye mujhe any jagah jaanaa hai
badhaai ! dilli walo badhaai !
bhi aana chahti thi ,ye to ja rahe hain par sirf raj bhatiya ji se milne ,agar aap pahchan kar mil lenge to meri naak rah jayegi
जवाब देंहटाएंजरूर मिलेंगे
जवाब देंहटाएंआपकी नाक
मेरी नाक
दिल्ली वालों की नाक।
धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंfir milenge.narayan narayan
जवाब देंहटाएंकविता वाचक्नवी जी भी पहुंच रही हैं
जवाब देंहटाएंपहुंच रहे हैं आलोक कुमार सिंह भी।
@ नारदमुनि
जवाब देंहटाएंआपसे ब्लॉगर मिलन में मिलना
मेरा तो सदा से ही रहा है सपना
pulse polio day ka bahana chalega?jabki ye bahana nahi hai....shubhkaamnaen...
जवाब देंहटाएंकविता वाचक्नवी जी भी पहुंच रही है
जवाब देंहटाएंआलोक कुमार सिंह भी पहुंच रहे हैं
अनुराग अन्वेषी जी और प्रतिभा कुशवाहा जी भी पहुंच रहे हैं।
जवाब देंहटाएंउमेश पंत नई सोच अवश्य पहुंचें
जवाब देंहटाएं।
@ शेफाली पांडेय
जवाब देंहटाएंबहाना नहीं सच्चाई
और
हम सच्चाई की कद्र करते हैं।
मिलन सुखद हो।
जवाब देंहटाएंराज जी का हार्दिक स्वागत है।
काश दिल्ली में होता।
सुन्दर मुलाकात के लिये मंगलकामनायें!
जवाब देंहटाएंअविनाश जी,
जवाब देंहटाएंहम भी देर से पहुंचेंगे.
लेकिन पहुंचेंगे जरूर.
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंदिल्ली दूर है
जवाब देंहटाएंलेकिन दिल के पास है .
आयोजन को मिले सफलता का शिखर
कविता जी को जन्मदिन की बधाई असीम .
प्रिय अविनाश जी,बहुत इच्छा के वाबजूद नहीं आ सका.इसका अफ़सोस रहेगा .हमारे जो मित्र लोग ब्लाग के माध्यम से हिंदी और हिंदी के साहित्य को देश विदेश में प्रचारित कर रहे हैं वे निश्चित रूप से बधाई के पात्र हैं.आप इस काम को पूरी लगन से कर रहें हैं,इस लिए विशेष बधाई के हक़ दार हैं.
जवाब देंहटाएंकविता वाचकनवी को सबसे पहले उनके जन्म दिन की हार्दिक बधाई.अक्षरम से मिले पुरस्कार के लिए और भी बधाई.