क्यूँ ज़रूरत है प्रेम बताने की,
क्यूँ ज़रूरत है प्रेम जताने की,
क्यूँ ज़रूरत है एक दिन के बहाने की,
क्या ज़रूरत है किसी को आज़्माने की,
क्यूँ ज़रूरत है प्रेम को दबाने की,
क्यूँ यही आदत है ज़माने की,
क्या ज़रूरत है 14 फरवरी मनाने की,
हमें तो सदियों से आदत है प्यारबरसाने की।
चंद सवाल प्यार पर
Posted on by मनुदीप यदुवंशी in
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चंद सवाल प्यार पर
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प्यार अहसास है
जवाब देंहटाएंप्यार कोई बोल नहीं, प्यार आवाज़ नहीं
एक ख़ामोशी है, सुनती है, कहा करती है।
न यह बुझती है, न रुकती है, न ठहरी है कहीं
नूर की बूंद है, सदियों से बहा करती है।
--- गुलज़ार