10 फरवरी से 16 फरवरी 2009 की यात्रा में हिन्दी ब्लॉगर मिलें
बतकही ब्लॉग है
आशीष कुमार 'अंशु' जी का
और वे बुधवार
को पहुंचे थे
उदयपुर
जहां से वे जायेंगे
रतलाम
मंदसौर
नीमच
इतनी जगह टू मच।
पर मच मच से मचाएं हंगामा
मिलने का गायें तराना
हिन्दी ब्लॉगरों से जो
इन जगहों पर हैं
गुरेज न करें
न करें परहेज
लें उनका मोबाइल नंबर सहेज
09868419453
यदि आ रहा हो अनरिचेबल
तो यह मत समझें
राशि नहीं है
वहां पर सिग्नल
डूब उतरा रहे होंगे
तो छोड़ दें संदू
नहीं समझे
यह संदू क्या है
उपर क्लिक करेंगे
तो माजरा जानेंगे।
संदू सिग्नल के
डूबने उतराने में
तैर जायेगा
और मोबाइल में
अंशु से मिल जाएगा
उसे पढ़ लेंगे वे
और आपके पास
फोन नहीं कॉल आएगी
कहते हैं हम फोन आया है
पर आती कॉल है
फोन आता होता
तो न जाने
कितने फोन
आने वालों के पास हो जाते
फिर तो एक नई
दुकान ही सजाते
पर ऐसा नहीं है
सच्चाई वही है
जो मैंने कही है।
फिर आप तय करके
मिलना बतकही करना
और खींचना खिंचवाना चित्र
जानकारी मुझे भी मिल जाएगी
इससे खुशी आएगी और
खुशी ही जाएगी
खुशी ही स्वर्ग है
खुशी के स्वर्ग पर
प्रत्येक नेक इंसान को
होना चाहिए गर्व है।
आशीष से बात हो चुकी है, वह जब दिल्ली से चला था तभी उसका फोन आ गया था। उसने मुझे 15 तारीख को उदयपुर पहुंचने की जानकारी दी है और मैंने उसे स्नेह पूर्वक घर को अपना घर समझने का आमंत्रण दिया है। आशीष उम्र में अभी छोटे हैं इसलिए अधिकार पूर्वक उसे सम्बोधन कर रही हूँ।
जवाब देंहटाएंaashish ji,aapaki blog par batkahi jarur karnachahungi,par abhi nahin jara tabiyat nassaj hai .
जवाब देंहटाएंpoonam
आशीष
जवाब देंहटाएंको
आशीष