भोजपुरी के कबीर थे भिखारी ठाकुर-
बिदेशिया शैली के प्रवर्तक एवं लोक वीणा के तारों की मधुर झंकार के साथ स्वयं मंच पर थिरकने वाले भिखारी ठाकुर अपने युग के सर्वश्रेष्ठ कलाकार थे। भिखारी के कंठ में अपूर्व माधुर्यं, स्वर में सरस संगीत एवं नाट्य कला में अद्वितीय सौन्दर्य था। उनका बिदेशिया नाटक महाराष्ट्र की तमाशा, गुजरात की भवाई और ब्रज की रासलीला शैली की तरह प्रसिद्व है।
Media Khabar – Hindi Journalists News – News in Hindi by Media Khabar
भोजपुरी के कबीर थे भिखारी ठाकुर
Posted on by पुष्कर पुष्प in
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
आप का धन्यवाद भिखारी ठाकुर" जी के बारे जानकारी देने के लिये, हम आगे भी पढ आये
जवाब देंहटाएंभिखारी ठाकुर जी के बारे में इतना बढ़िया जानकारी उपलब्ध करने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंकभी हमारे blog pr bhi aaye
http://www.siwanrinku.blogspot.com/