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इन दिनों भोजपुरी गीतों और फिल्मों का दौर है। भोजपुरी फिल्म की यात्रा प्रारम्भ हुई थी गंगा मईया तोहे पियरी चढईबो से। उसके बाद कई भोजपुरी फिल्में बनी लेकिन उन्हें इस भोजपुरी फिल्म की तरह न प्रसिद्धि मिली और न व्यवसायिक सफलता। उस दौर के फिल्मों की यह खूबी थी कि उनके गीतों में काव्य सौष्ठव होता था। मसलन गंगा मईया तोहे पियरी चढईबो का गीत सोनवा के पींजडा में बंद भईली हाय राम कि चिडई के जीयरा उदास या हे गंगा मईया तोहे पियरी चढईबो, सईंया से कर द मिलनवा आदि गीतों में रसात्मकता के साथ-साथ काव्यात्मकता भी थी। READ MORE...
क्षमा करिए। पहली भोजपुरी फिल्म 'बिदेसिया' श्वेत श्याम थी। ग़जब पॉपुलर हुई। वेनिस फिल्म फेस्टिवल में प्रथम पुरस्कार मिला और संगीत ग़जब का था - एस.एन. त्रिपाठी, गीत थे,
जवाब देंहटाएं(1) हंसि हंसि पनवा खियवले बइमनवा
(2) रहिया तकत मोरि थकली
(3) बनि जइहों बन कै
पहले गीत में ग़जब की टीस है जो हिन्दी फिल्मों में भी मुश्किल से मिलती है।
क्या यह तरफ़ा नहीं हो गया ?
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