आज के दिन दो फूल खिले थे जिनसे महका हिन्‍दुस्‍तान : पर आज बहक गया है (अविनाश वाचस्‍पति)

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  • नुक्‍कड़ से आपका प्‍यारा बापू आपसे मुखातिब हूं। मुझे इस नुक्‍कड़ पर आने के लिए धन नहीं दिया गया है। बस मेरा मन किया है इसलिए आ गया हूं। मत समझो कि मैं नहीं हूं। विचारों में नेताओं के मैं सदा समाया रहता हूं। आप देख सकते हैं सिर्फ अपने देश में ही नहीं विदेश में भी मैं मौजूद हूं। सड़कों के नाम, चाहे उनमें कितने ही गड्ढे हैं, मेरे नाम से जाने जाते हैं। सड़कों के बनाने में चाहे कितने ही घोटाले किए गए हों। मैं मूर्तियों के रूप में स्‍थापित हूं। मेरे नाम पर खूब सारी फिल्‍में बनाई गई हैं। उनसे खूब धन अर्जित किया गया है। मैंने सत्‍य के प्रयोग किए। इंसान ने मुझ पर ही प्रयोग करने शुरू कर दिए। नोटों पर मेरा चित्र छाप कर सोचा गया होगा कि इससे सच्‍चाई का प्रचार प्रसार होगा। प्रचार प्रसार तो हुआ पर इतना ज्‍यादा कि नोटों को नकली छाप छाप कर नये नये कीर्तिमान बनाये गये।
    मेरे नाम पर कितनी ही यूनिवर्सिटियां बनाई गईं। कितने ही संस्‍थान बनाये गये। अभी तो गनीमत रही। किसी को शायद ख्‍याल नहीं आया। नहीं तो मेरे नाम से ही ब्‍लू, रेड, ग्रीन, येलो लाईन बसों की जगह गांधी लाईन बसें चलाई जातीं। उनसे होने वाली दुर्घटनाओं के लिए मुझे ही जिम्‍मेदार ठहराया जाता। मुझे मतलब मेरे नाम को। खूब सुर्खियां बनतीं कि गांधी लाईन को बंद करो जबकि सब परिचित हैं कि गांधी लाईन कहीं मौजूद नहीं है। मेरे आदर्शों, विचारों को मानने वालों को, अपनाने वालों को कदम कदम पर दम तोड़ने के लिए विवश होना पड़ता है।
    अब आपके पास अधिक समय नहीं होगा। मेरे पास तो कहने के लिए बहुत है। पर आपको आज गांधी जयंती को सार्थक करने के लिए अन्‍य ब्‍लॉगों पर भी जाना होगा। उनके जरिए मुझे स्‍मरण करना होगा। आप सभी जगह पर टिप्‍पणियां दर्ज करके चाहेंगे कि गांधी जी के नाम के साथ इस गांधी जयंती पर आपका नाम भी जुड़ जाये। सिर्फ नाम जोड़ने के लिए सभी उत्‍सुक हैं। पर मेरे विचारों, आदर्शों को अपनाने के लिए कोई तैयार नहीं है। मेरी पुस्‍तक जो अभी तक सस्‍ती मिलती रही हैं। मुझे मालूम हुआ है कि अब वो बाजार की भेंट चढ़ गई हैं। उनकी कीमतें उस सेंसेक्‍स की तरह उपर चढ़ाई गई हैं। जो कभी गिरता नहीं है।
    याद कीजिए मैंने ही कभी कहा था कि सोते हुए को जगाया जा सकता है परन्‍तु जो सोने का बहाना कर रहा है, क्‍या उसे जगाना संभव है ? तो बहानेबाजों आपको अपनी सफाई में अब भी कुछ कहना है।
    यदि आप इसे नकारते हैं तो आप बतलाइये कि मेरे नाम के सिवाय कितनों ने आज सादगी और मितव्‍ययिता की मिसाल लाल बहादुर शास्‍त्री जी को भी स्‍मरण किया है जबकि आज उनका भी जन्‍मदिन है।

    जय जवान जय किसान। हे राम।

    18 टिप्‍पणियां:

    1. जय जवान जय किसान आज लाल बाहदुर जेसे प्रधान मन्त्री इस देश को चाहिये, ठप्पा टाईप के नही, सलाम है इस लाल को जो नाम का हि नही काम का भी लाल था.
      धन्यवाद

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    2. देश के दो लाल...एक सत्य का सिपाही...दूसरा ईमानदारी का पुतला...लेकिन आज गांधी जी होते तो देश की हालत देखकर यही कहते- हे राम... दूसरी ओर शास्त्री जी को भी आज अपना नारा.. जय जवान, जय किसान... न होकर कुछ इस शक्ल में नज़र आता...सौ में से 95 बेईमान, फिर भी मेरा भारत महान...

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    3. यह आपने प्रशंशनीय काम किया है कि गान्धी जी के साथ शास्त्री जी को भी याद किया वरना लोग उन्हे भूल ही जाते हैं ।

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    4. गांधीजी और शास्त्रीजी को याद तो कर लिया ...पर उनके मूल्यों को जीवन में उतारना कितनो के लिए संभव है ...!!

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    5. दो महनीय और अनुकरणीय़ विराट व्यक्तित्वों का पुण्य स्मरण ! आभार ।

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    6. अविनाशजी मेरा जन्मदिन तो आप भूल गये
      तीसरा फूल मैं हूँ

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    7. महात्मा गांधी और पं. लाल बहादुर शास्त्री जी को
      श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ।
      तीसरे फूल यू-लुक को भी जन्म-दिन की बधाई!

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    8. पं. लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। आज लाल बाहदुर जेसे प्रधान मन्त्री इस देश को चाहिये

      राष्ट्रपिता गांधी जी के विचारधारा को लगातार समझने समझाने की जरुरत है.

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    9. एसे युगपुरूष हर देश में पैदा नहीं होते..हम खुशकिस्मत हैं कि ..ऐसा इसी देश में हुआ....दोनो को हमारा नमन..शत शत नमन..

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    10. अविनाश जी शत शत नमन दोनो हस्तियो को.. हमने तो फेसबुक के माध्यम से कल रात ही 12 बजे दोनो को याद किया.. सही कहा आपने की शास्त्री जी के प्रति उदासीनता को देखकर दुख होता है..

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    11. दोनों देश के महान सुपूत थे, और अपनी सादगी और अहिंसा से लोगो का मार्गदर्शन करते रहें जीवित थे तब भी और मरणोपरांत उनके विचार...

      नमन करता हूँ दोनो महान आत्माओं को..

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    12. aur avinash ji tisre foll u look k alawa 4tha full[foll] me hun..
      mujhe bhi badhaie dijiye

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    13. Mahatma Gandhise to pooree duniya mahkee...! Naman, karodon baar us pitako, jise bhool chalee aulaad...aapne behad achha aalekh likha hai.....

      http://shamasnasmaran.blogspot.com

      http://baagwaanee-thelightbyalonelypath.blogspot.com

      http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.com

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    14. हम तो स्कूल में दोनों की जयन्ती मानते हैं ,और बड़े हर्षोल्लास के साथ ...

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    15. raj bhatia ji, kuhs deep sehgal ji, vani geet ji, sulabh satrangi, ne yaha jo kuch likha wo sach hai.kisi akele ke baski to ye sab hai nhi par kiya hum sab ek joot ho kar ish desh ko sudharne ke liyue koi kadam nhi utha shkte? aap sab me se koi hai jo ish nek kaam me mera sath de?

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    16. ulook or kaptan ji ko bhi badhaiya late sahi par main aaj hi ish blog ko dekh paya hu, or dekhte hi aap ko bhi badhiya di. wese janna chhunga ki aap in dono mahnubhawo me se kiski raha par hai?

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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