हबीब तनवीर के चले जाने का मतलब.

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  • Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून
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  • हबीब तनवीर हिंदी रंगमंच के यायावर थे. वे देश और काल की सीमाओं से बाहर निकल कर वर्तमान समय के हो गए. उन्होंने देश -विदेश में, जगह जगह घूम घूम कर अपनी प्रस्तुतियां दीं. और ताउम्र अपने रंगमंडल के सहकर्मियों के साथ फक्कड़ बन कर ज़िन्दगी गुजार दी. अपने समय की सर्वोच्च रंगत्रयी, मनोहर सिंह, बी.एम. शाह और हबीब तनवीर, का आज अंत हो गया.

    उन्होंने हिंदी रंगमंच को जन जन तक दोबारा ले जाने में बहुत बड़ी भूमिका निभायी. उनके रंगमंच की विशेषता उनका, उन लोक कलाकारों को साथ लेकर काम करना रहा जिन्हें आज का शहर भुलाता चला जा रहा है. ये कलाकार लोक संस्कृति के वाहक रहे, साथ ही अपने रंगमंडल में उन्होंने विभिन्न स्थानीय सक्रिय रंगकर्मियों को भी जोड़ा. 'चरणदास चोर' और 'आगरा बाज़ार' जैसी प्रस्तुतियों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा. नमन.
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    9 टिप्‍पणियां:

    1. सद्गत की आत्मा की शांति की कामना करता हूँ.

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    2. भारत ने अपने अमूल्य रत्नों को खो दिया है .......मै उनकी आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ ।

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    3. बेशक हबीब साहब का देहांत हुआ है,पर वह ज़िंदा हैं हमारे दिलों में उन मंचों पर जहां उनकी खनकती आवाज़ सीधे दिल तक पहुँचती थी

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    4. ज‍ब तक चरणदास चोर खेला जाता रहेगा,हबीब साहब याद रहेंगे। ऐसे लोगों के शरीर के होने नहीं से कोई फर्क नहीं पड़ता। वे एक-एक सच्‍चे और जमीन से जुड़े हर रंगकर्मी के अंदर मौजूद हैं और रहेंगे।

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    5. तनवीर जी जैसे समर्पित रंगकर्मी का जाना रंगमंच की दुनिया के लिए गहरे सदमे जैसा है ! लोक कलाकारों को इन्होने जिस तरह रंगमंच से जोड़ा वह उनका अनूठा प्रयोग था ! आगरा बाजार की प्रस्तुति मील का पत्थर है !

      जब तक रंगमंच रहेगा हबीब तनवीर का नाम कोई नहीं भूल सकता !

      उनकी स्मृति को विनम्र श्रद्धांजलि !!!

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    6. उनके जाने का मतलब एक युग का ख़त्म होना है .एक इरा का....उनकी आवाज में एक अजीब सी कशिश थी...जो उनके व्यक्तित्व को ओर निखार देती थी....

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    7. हबीब जी को हम भी अपने श्रृद्धा सुमन समर्पित करते हैं। हम भी उनके शहर के हैं और कुछ मौकों पर उनसे रूबरू होने का मौका मिला है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे यही कामना करते हैं।
      नहीं रहे वे वीर- जिनको कहते थे सब हबीब तनवीर

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    8. habibji ke jaane ke baad unke ek natak par ben lagaa diya gayaa hai joe atayant dhukhad hai...ishwar unki aatma ko shanti de...

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