सावधान! सतर्क !! आपके ब्लॉग पर कोई घुसकर अपना मैसिज पोस्ट कर सकता है !

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  • सुभाष नीरव
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  • साथियो, मैं आपका ध्यान किन्हीं मि0 पिंकेट ग्रिफिन(Mr. Pinkett Griffin) की बेजा हरकत की ओर दिला रहा हूँ। उक्त महाशय ने अभी हाल में मेरे दो ब्लॉग्स “साहित्य सृजन” और “सृजन यात्रा” पर निम्नलिखित पोस्ट प्रकाशित की जबकि मैं इन्हें नहीं जानता हूँ और न ही मैंने अपने उक्त दोनों ब्लॉग्स को किसी से शेयर कर रखा है-

    ***Contact Mr. Pinkett Griffin Immediately***
    You were selected for the sum of £1,000,000.00 GBP . Verify this mail immediately by sending in your information. This will include your name, address, age, phone number,occuption etc to mr.pinkettgriffin1@windowslive.com

    यद्यपि मैंने उक्त पोस्ट अपने दोनों ब्लॉग्स से हटा दी हैं और मि0 पिंकेट ग्रिफिन(Mr. Pinkett Griffin) को मेल करके ऐसी बेजा हरकत करने से बाज आने को कहा है और चेतावनी भी दी है कि अगर वह पुन: ऐसा करते हैं तो मुझे लीगल एक्शन लेने के लिए विवश होना पड़ेगा।

    मेरे ब्लॉगर दोस्तों ! ऐसा आपके साथ भी हो सकता है! अत: मैं आपको सावधान कर रहा हूँ और आपसे अनुरोध करता हूँ कि ऐसी समस्या(ओं) से निपटने के लिए हमें क्या करना चाहिए, इसका रास्ता हम मिल बैठ कर निकालें। आपके पास इस तरह की हरकतों को रोकने के लिए कोई उपाय या सुझाव हो तो कृपया तुरनत बताएं।
    -सुभाष नीरव

    10 टिप्‍पणियां:

    1. बिना अनुमति के अगर ऐसा हो रहा है तो सचमुच यह चिंतनीय स्थिति है भाई सुभाष नीरव जी। अभी हिंदी ब्लॉग टिप्स पर पढ़ा कि इधर फीड रीड नहीं करने के कारण ब्लाग का अपडेट लोगों के पास पहुंचने में कठिनाई हो रही है।- अक्षर जब शब्द बनते हैं

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    2. धन्यवाद,आपने बता दिया,
      इस सीरियस मुद्दे पर,
      ज़रूर हमे सीरियस एनालिसिस करना पड़ेगा,
      अब किसी ऐसे करेक्टरों से,
      ब्लॉग को बचाने की कोशिश करना पड़ेगा.

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    3. मुझे लगता है कि
      उनकी भेजी किसी ई मेल को
      आपने कर दिया होगा क्लिक
      अब चाहे जानते हुए अथवा
      अनजाने में
      ऐसे में आपके ई मेल के पासवर्ड
      ऐसे लोग कर लेते हैं हैक
      मुझे तो यह इसी का परिणाम लगता है
      बाकी इस विषय पर
      तकनीकीविज्ञ ही रोशनी डाल सकते हैं
      और सुझा सकते हैं समाधान।

      आशीष खंडेलवाल, अंकित और भी
      ऐसे तकनीक के धुरंधर इस पर
      अपनी छुरी चलायें और इससे
      निपटने और बचने का रास्‍ता
      जितनी जल्‍दी हो बतलायें।

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    4. प्रिय सुभाष,

      बात इतनी सीधी नहीं लगती, जितनी हम समझ रहे हैं. तुम्हारे ब्लॉग्स पर किन्हीं ग्रिफिन के संदेश की पोस्टिगं ग्रिफिन नामके किसी व्यक्ति ने की है, मुझे ऎसा नहीं लगता. यह काम किसी शरारती और बीमार मानसिकता वाले व्यक्ति का है. हम सभी जानते हैं कि हमारे पास ग्रिफिन जैसे ढेरों मेल प्रतिदिन आते हैं. किसी बीमार मानसिकता वाले धूर्त व्यक्ति ने मेल से ग्रिफिन का संदेश कॉफी करके तुम्हारे ब्लॉग्स पर पोस्ट कर दिया . तुम देख सकते हो इसमें ग्रिफिन का ई मेल पता है. जो कि सही प्रतीत होता है. दरअसल यह काम किसी ऎसे व्यक्ति का है जिसने तुम्हारे पासवर्ड जान लिए हैं और उनका दुरुपयोग करते हुए वह तुम्हारे ब्लॉग्स में जाने में सफल रहा. ब्लॉग की दुनिया से जुड़े मित्रों को मेरी सलाह है कि वे अपने पासवर्ड बदलते रहा करें, शायद यही ऎसे धूर्तों से बचने का एक मात्र उपाय है.

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    5. मेरे साथ भी तीन बार ऐसा हो चुका है ....समझ नहीं आता क्या करूँ ...

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    6. गूगल ट्रांसलेट के बाद हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग में फिशिंग बढ़ने की आशंकाओं के बारे में कुछ समय पहले रवि रतलामी जी ने अपने ब्‍लॉग पर बताया था। अब होने लगा है। लगता है शीघ्र ही हिन्‍दी ब्‍लॉगरों को कमेंट मोडरेशन आवश्‍यक रूप से लागू करना पड़ेगा।

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    7. सावधान तो रहना ही होगा । बेजा हरकत ।

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    8. ब्लॉगार मित्रो, मैंने यह पोस्ट नुक्कड़ पर देने के बाद इस समस्या पर काफ़ी सोचा और सबसे पहला काम यह किया कि मैंने अपना पासवर्ड बदला। मैंने यह भी महसूस किया कि हमें अपना पासवर्ड फ्रिक्वेंटली बदलते रहना चाहिए। दूसरा यह भी समझ में आया कि अगर पासवर्ड वीक होगा यानि सरल होगा तो ऐसे लोगों को अपने काम को अन्जाम देने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसलिए अपना पासवर्ड स्ट्रांग होना चाहिए जो आसानी से दूसरे जान न पाएं। अगर हम थोड़ा इस तरफ गम्भीरता से सोचे और ध्यान दें तो शायद इस समस्या से बच सकते हैं।

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    9. इसमें कुछ भी इतना खतरनाक नहीं है. इसे स्पैमिंग कहते हैं और कई बार तो ऐसे मैसेज ऑटोमैटिक प्रोग्राम को मदद से डाले जाते हैं. यहाँ तक की जिस व्यक्ति ने इसको डाला है शायद उसे ही इसका पता न हो की उसका मैसेज आपकी साईट पर आया है. स्पैमिंग इन्टरनेट पर बहुत बड़ी समस्या के रूप में देखि जाती है. इसे नज़रंदाज़ करना ही बेहतर है. आप इससे आसानी से नहीं निबट सकते. वर्डप्रैस पर बेहतर स्पैमिंग कंट्रोल सुविधा है.

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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