धनार्थ प्रवेश, लूटार्थ प्रस्‍थान : डोनेशन यानी दोनेशन सिर्फ दो देशों का मामला ही नहीं है

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • धनार्थ प्रवेश, लूटार्थ प्रस्‍थान

    स्‍कूलों में की जा रही फीस वृद्धि पर तो चिंता जतलाई जा रही है। पर डोनेशन नामक जो कैंसरीय व्‍याधि राष्‍ट्र में व्‍याप्‍त है। इस पर ध्‍यान दिए जाने की आवश्‍यकता है। क्‍या इस पर हम ध्‍यान दे सकेंगे, या अज्ञानी ही बने रहेंगे और इसे पालते पोसते रहेंगे। सुधीजनों को इस पर विचार करने की जरूरत है। उपर दिए गए लिंक पर क्लिक करिए और जानिए कि डोनेशन देकर प्रवेश पाने के बाद जो ज्ञान हासिल होता है, उससे सिर्फ येन केन प्रकारेण लूटने की चिंता ही लगी रहती है। मानस लूटमय हो जाता है।

    आपके विचारों की प्रतीक्षा रहेगी।

    2 टिप्‍पणियां:

    1. कालेधन की इफ़रात है. देने वाले कहां से लाते हैं और लेने वाले कौन हैं.

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    2. कालेधन की इफ़रात है. देने वाले कहां से लाते हैं और लेने वाले कौन हैं.

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