गोपालजी, हिन्‍दीजी, प्रेमजी और श्री व्‍यंग्‍यजी

Posted on
  • by
  • अविनाश वाचस्पति
  • in
  • Labels: , , , ,
  • गोपालजी, हिन्‍दीजी, प्रेमजी और श्री व्‍यंग्‍यजी

    सुरक्षा कारणों से उक्‍त पोस्‍ट को
    http://avinashvachaspati.blogspot.com
    पर शिफ्ट कर दिया गया है
    टिप्‍पणीकार वहां पर ही अपनी
    टिप्‍पणी भेजने का कष्‍ट करें।
    सबसे उपर दिए गए शीर्षक
    पर क्लिक करने से स्‍वयंमेव
    आप वहीं पर पहुंच जायेंगे
    पर वहां से बिना टिप्‍पणी
    किए मत लौटें। हो सकता है कि
    लकी ओए, ओए लकी
    आप ही की टिप्‍पणी हो।

    0 comments:

    एक टिप्पणी भेजें

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
    Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz