लोग तो शेयर
बांध भी लेते हैं
हम खरीदते
और बेचते हैं
लोग तो शेयरों
से बंध जाते हैं
हम अपने हाथ
नहीं बांध पाते हैं
कुछ की ज़िन्दगी
शेयर होती है
कुछ खुद से
भी शेयर नहीं होते.
शेयर शेयर होते हैं
जान लो या दो
जान नहीं होते पर.
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क्या बात बन्धु? शेयर मार्किट से कुछ ज़्यादा ही लगाव उछालें मार रहा है...
जवाब देंहटाएंऔर भी गम हैं इंडिया में गिरते सेंसेक्स के सिवा ...
कुछ उन पर भी गौर फरमाएं
किसी चीज़ से इतना भी दिल न लगायें, चाहे वह शेयर ही क्यूं न हो । आप ही तो कह रहे हैं कि शेयर जान नही होते ।
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