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लडकियां पतंग उडाती हैं


लडकियां उडाती हैं पतंगे

लेकिन चरखी कोई और पकड़ता है

वो डोर पकड़ती है

पतंग को छुट्टी कोई और देता है


वो पतंग तो उडाती हैं

तंग कोई और ही बांधता है

या वो उडाती हैं

पतंगे जो कटके छत पे आती हैं


उनकी पतंग उडती भी है

आकाश में लेकिन

घरवालेआगाह करते हैं

पेच ना लड़ाने की सीख देते हैं


जो लडकियां पतंग उडाती हैं

तो उनसे ये भी कहा जता है कि

भले कोई ढील दे

तुम्हें अपनी डोर खीचके ही रखनी है


हाँ लड़किया पतंग उडाती है

पर क्या पता उसे आसमान निगलता

या धरती खाती है

शाम होते गगन में आवारा पतंगे रहती हैं
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