बधाई हो...! -- आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शनिवार (19-01-2014) को "सत्य कहना-सत्य मानना" (चर्चा मंच-1496) पर भी होगी! -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बधाई हो...!
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शनिवार (19-01-2014) को "सत्य कहना-सत्य मानना" (चर्चा मंच-1496) पर भी होगी!
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बधाई बधाई मिठाई नहीं खाई :)
जवाब देंहटाएं500 रुपये की प्रति पर आधा किलो मिठाई दी जा रही है।
हटाएंयह पुस्तक भी सफल हो. शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंबधाईयाँ "शुन्यकाल" तो अभी तक नहीं मिला, अब ढंग से बंद करवाने चले हो :)
जवाब देंहटाएंव्यंग्य का शून्यकाल की प्रतियां अब उपलब्ध नहीं है। दूसरा संस्करण आने पर ही मिल सकेगा।
जवाब देंहटाएं