चित्र के विचारों से कैसे करोगे मुकाबला (कविता) दादाभाई

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  • दादाभाई का सुच्‍चा मोती
    बतलाते हैं सब उसको
    मुन्‍ना की पोती।

    विचारों में मार लेती है बाजी
    चित्र उसका बोलता है
    खुशियां अनगिन बिखेरता है।

    आप खुश तो हैं न
    मैं बहुत खुश हूं।

    डिबिया है
    बिटिया है
    जादू की
    निराली
    देखो
    पुडि़या है।

    - दादाभाई

    4 टिप्‍पणियां:

    1. अरे वाह! बहुत-बहुत बहुत मुबारक हो अविनाश भाई "अन्ना दादा बनना"...

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    2. बहुत बहुत बधाई मुन्ना भाई अन्ना उर्फ़ दादा भाई !

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    3. आओ मिल स्वागत करें, सोहर मंगल गान |
      दादा दादी को मिली, इक नन्हीं सी जान |

      इक नन्हीं सी जान, जान लो माता आई |
      माता के गुणगान, करो मुन्ना पहुनाई |

      रविकर का आशीष, बुद्धि बल विद्या पाओ |
      रहो स्वस्थ सानन्द, विराजो गुड़िया आओ ||

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