नई दिल्ली। साहित्यकार और पत्रकार फ़ज़ल इमाम मल्लिक को दिनकर साहित्य रत्न सम्मान से नवाजा गया। सम्मान रविवार की शाम उन्हें दिल्ली स्थित कांस्टयुटीशन क्लब के स्पीकर हाल में आयोजित दिनकर जयंती समारोह में दिया गया। समारोह का आयोजन इंद्रप्रस्थ इंडिया इंटरनेशनल ने किया था। पर्यावरणविद् और राजीवगांधी ग्लोबल युनिवर्सिटी के कुलपति प्रियरंतन त्रिवेदी, सांसद प्रदीप सिंह और इंद्रप्रस्थन इंडिया इंटरनेशनल के अध्यक्ष डॉ जी पी एस कौशिक ने फ़ज़ल इमाम मल्लिक को सम्मानित किया। सम्मान के तहत उन्हें प्रशस्तिपत्र, स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट किया गया। बिहार के शेख़पुरा ज़िला के चेवारा के रहने वाले फ़ज़ल इमाम मल्लिक जनसत्ता अख़बार में बतौर वरिष्ठ उपसंपादक कार्यरत हैं। वे कई समाचार चैनलों से जिनमें चैनल वन, आलमी सहारा और लाइव इंडिया प्रमुख हैं बतौर विशलेषक के तौर पर भी जुड़े हैं।
हिंदी खेल पत्रकारिता में महत्त्वपूर्ण स्थान रखने वाले फ़ज़ल इमाम मल्लिक का सरोकार साहित्य से भी है और उनकी कविताएं, कहानियां, टिप्पणिया देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं। हाल ही में उन्हें पत्रकारिता के लिए वर्ष के श्रेष्ठ पत्रकार का पुरस्कार मिला था। इससे पहले राजीव गांधी एक्सलेंस अवार्ड सहित कई दूसरे अवार्ड मिल चुके हैं। दिनकर जयंती समारोह के मौक़े पर संस्था के महासचिव अंजनी कुमार राजू, अधिवक्ता रामनगीना सिंह भी मौजूद थे। समारोह में राष्ट्रकवि दिनकर को याद किया गया और देश में हिंदी की जो स्थिति है उस पर चर्चा की गई। सम्मान ग्रहण करने के बाद फ़ज़ल इमाम मल्लिक ने आयोजकों और ख़ास कर संस्था के अध्यक्ष डॉ जी पी एस कौशिक और महासचिव अंजनी कुमार राजू का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस सम्मान से उन्हें और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह इत्तफ़ाक़ है कि दिनकर उसी अविभाजित मुंगेर ज़िला के रहने वाले थे जहां मेरा घर है और उन्होंने लंबा समय शेख़पुरा और बरबीघा में बिताया और वहां हिमलय जैसी कविता लिखी। दिनकर साहित्य रत्न सम्मान साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में बराबरा उन्हें अच्छा और बेहतर साहित्य रचने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
शुभकामनाएं ।।
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