बम चिक बम चिक बम फटे, लटे चकाचक बोल |अन्तर्मन की न सही, देते कलई खोल |देते कलई खोल , ढोल पीते हैं जाते |किलो जलेबी तौल, ढेर सी घर भिजवाते |करे प्रभात से फेर, थके सब छात्र छात्रा |मचा हुआ अंधेर, भूलते रोज मात्रा |
सही है!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
वाह भई चकाचक
आपके आने के लिए धन्यवादलिखें सदा बेबाकी से है फरियाद
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बम चिक बम चिक बम फटे, लटे चकाचक बोल |
जवाब देंहटाएंअन्तर्मन की न सही, देते कलई खोल |
देते कलई खोल , ढोल पीते हैं जाते |
किलो जलेबी तौल, ढेर सी घर भिजवाते |
करे प्रभात से फेर, थके सब छात्र छात्रा |
मचा हुआ अंधेर, भूलते रोज मात्रा |
सही है!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
वाह भई चकाचक
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