हिन्दी ब्लॉगरों के
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में
व्यंग्य का शून्यकाल
होगी ब्लॉगार्पित
जी हां
27 अगस्त 12 को
लखनऊ के समारोह में
अर्पित होने का
लिया है निर्णय
पुस्तक ने
इसमें व्यंग्यकार
की कोई भूमिका नहीं है
पुस्तक में
भूमिका लिखी है
माननीय प्रेम जनमेजय जी ने।
व्यंग्य छापे हैं
कागज पर
प्रिन्टर ने ।
लेखक कौन है
इसकी खोज
आवश्यक है।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में
व्यंग्य का शून्यकाल
होगी ब्लॉगार्पित
जी हां
27 अगस्त 12 को
लखनऊ के समारोह में
अर्पित होने का
लिया है निर्णय
पुस्तक ने
इसमें व्यंग्यकार
की कोई भूमिका नहीं है
पुस्तक में
भूमिका लिखी है
माननीय प्रेम जनमेजय जी ने।
व्यंग्य छापे हैं
कागज पर
प्रिन्टर ने ।
लेखक कौन है
इसकी खोज
आवश्यक है।
हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएं............
सभी ब्लॉगर्स का अदब और तहज़ीब की नगरी में स्वागत है... लेकिन साथ ही साथ एक सवाल भी पूछना चाहूँगा कि आप ब्लॉगिंग क्यों करते हैं?
ब्लागार्पित हो रही है किताब
जवाब देंहटाएंहमें खुशी हो रही है बेहिसाब
लेखक भी पता चल जायेगा
जब वो किताब लेकर लखनऊ जायेगा !
लेखक को हमने धर लिया है
जवाब देंहटाएंकसके उसको पकड़ रखा है
छोड़ेंगे नही तब तक
किताब नहीं मिलती जब तक ।
मुबारक हो.
जवाब देंहटाएंकल आप की किताब के लोकार्पण समारोह में शामिल हो कर अच्छा लगा। बहुत बहुत बधाईयां.....ऐसे ही निरंतर बुलंदियां छूते रहें। शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंमुबारक हो
जवाब देंहटाएंबहुत ही शानदार और सराहनीय प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंबधाई
इंडिया दर्पण पर भी पधारेँ।