तुम्हारा आना !!!

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  • by
  • vijay kumar sappatti
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  • कल खलाओं से एक सदा आई कि ,
    तुम आ रही हो...
    सुबह उस समय , जब जहांवाले ,
    नींद की आगोश में हो; और
    सिर्फ़ मोहब्बत जाग रही हो..
    मुझे बड़ी खुशी हुई ...
    कई सदियाँ बीत चुकी थी ,तुम्हे देखे हुए !!!

    मैंने आज सुबह जब घर से बाहर कदम रखा,
    तो देखा ....
    चारो ओर एक खुशबु थी ,
    आसमां में चाँद सितारों की मोहब्बत थी ,
    एक तन्हाई थी,
    एक खामोशी थी,
    एक अजीब सा समां था !!!
    शायाद ये मोहब्बत का जादू था !!!



    3 टिप्‍पणियां:

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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