प्रिय मित्रो
सादर ब्लॉगस्ते!
आप सभी ने सुमित्रानंदन पंत जी का नाम तो सुना ही होगा. सुमित्रानंदन पंत (२० मई, १९००-२८ सितम्बर, १९७७) हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। बीसवीं सदी का पूर्वार्द्ध छायावादी कवियों का उत्थान काल था। सुमित्रानंदन पंत उस नये युग के प्रवर्तक के रूप में हिन्दी साहित्य में उदित हुए। आज उन्हीं महान कवि की मुँह बोली बेटी श्रीमति सरस्वती प्रसाद से मिलते हैं.
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