हिन्दी ब्लॉगिंग : यादें 30 अप्रैल 2011 की, जिन्हें भूल नहीं पाएंगे।
Posted on by Ravinder Punj in
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रविंद्र पुंज Ravinder Punj ਰਵਿੰਦਰ ਪੁੰਜ,
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Yamunanagar
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यादें याद आती हैं, यादें नहीं जाती हैं, इसलिए फोटोस यहां लगाई हैं।
जवाब देंहटाएंयादें याद आती रहें, एक दूसरे चिंता सताती रहे, इसलिए फोटोस यहां लगाई हैं।
आयोजक ऐसा काम करते रहें, हम सब ऐसे ही मिलते रहें, इसलिए फोटोस यहां लगाई हैं।
भगवान जी सबको सनमति दें, आयोजकों का हौंसला बुलंद करे, इसलिए फोटोस यहां लगाई हैं।
भूलने वाली चीज ही नहीं है .....इतना बढ़िया आयोजन
जवाब देंहटाएंआप द्वारा पोस्ट चित्रों ने , वहाँ न होने का कसक काफी कुछ दूर कर दिया |
कार्यक्रम से जुड़े सभी लोग बहुत-बहुत धन्यवाद के पात्र हैं |
बहुत अच्छा लगा ....
जवाब देंहटाएंजय यमुनानगर.....
जवाब देंहटाएंएक बार फिर यादें जीवन्त हो गयीं।
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंyaade to yaade hai, in tasviro ko dekh kar hamesha taazi hoti rahengi......
जवाब देंहटाएं..............................!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया...चित्रमयी रिपोर्ट...मज़ा आ गया देखा कर एवं सहेज कर :-)
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