हिंदी ब्लॉगिंग में ही नहीं संभवत: हिंदी साहित्य की पहली घटना

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  • रवीन्द्र प्रभात
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  • आपके सहयोग से आप स्‍वयं एक नए कीर्तिमान की ओर अग्रसर हैं, यह हिंदी ब्लॉगिंग में ही नहीं, हिंदी साहित्य में भी पहली घटना है कि प्रकाशन में जाने से पूर्व ही एक हिंदी किताब की १५० प्रतियां बिक गयी हैं.....बुकिंग का यह क्रम लगातार जारी है............. पढ़ने में नए पैदा होते  इस रुझान  से अब आप देखते रहिए, पाठकों का ही भला होता रहेगा ... जल्दी कीजिए एक और सुनहरा ऑफर आपके समक्ष है ....

    मैं बड़ी हूँ पहले आऊंगी ......................मैं छोटी हूँ बाद में गाऊंगी
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