होली के दिन बरसात में तुमसे मिले हम, हमसे मिले तुम ... होली में या बरसात में

Posted on
  • by
  • अविनाश वाचस्पति
  • in
  • Labels: , , ,
  • होली के दिन बारिश
    कभी सोचा है कि
    होली के दिन
    इंद्र देवता यदि कर दें
    घनघोर बारिश
    दोपहर बाद 3 बजे तक
    तो आप क्‍या करेंगे ?

    जल्‍दी से बतलायें
    हम सिर्फ
    तीन दिनों तक
    आपकी टिप्‍पणियों का
    इंतजार करेंगे

    चौथे दिन बतलायेंगे  कि
    बरसात के मौसम में
    रंग बिरंगी होली कैसे खेलें
    क्‍या बारिश से बचने के लिए
    छाता ले लें
    या पहन लें बरसाती
    या छिपकर बैठ जायें
    घर में, अलमारी में ।

    या कमर में डालकर हाथ
    घूमें भीगते हुए
    सरे राह
    सरे मेट्रो
    सरे बस
    सरे आंख

    अभी तक नहीं सोचा
    क्‍या दें टिप्‍पणी
    सिर्फ होली की
    रंगीन शुभकामनाएं देकर
    मत चल दें

    बाहर बारिश हो रही है
    टिप्‍पणी देंगे तो
    आपके शहर में
    होली के दिन
    नहीं होगी बारिश

    जो टिप्‍पणी नहीं देंगे
    वे होली के दिन
    टिप्‍पणी देकर भी
    नहीं बच सकेंगे।

    7 टिप्‍पणियां:

    1. क्यों फ़ालतु पंगे ले गें जी, अगर बरसात हो गयी तो पानी की जरुरत पड़ेगी ही नहीं। सिर्फ़ रंग लो और पानी उपर वाला दे ही रहा है मु्फ़्त में, मिलाओ और लगाओ। पानी का खर्च भी बचेगा और होली भी हो जाएगी।

      रंग बरसे भीगे .................।

      जवाब देंहटाएं
    2. Paani barse rang milale Lalit matbare ... Blogger pukaare de ja tippAni dobRa aake

      जवाब देंहटाएं
    3. बारिश मे होली
      रंगों की बयार होगी
      पानी की फ़ुहार होगी
      इंद्र देवता मारे गुब्बारे
      पिचकारी की जरूरत नही
      बस ढूंढो शिकार और
      टूट पडो………एक बार
      ऐसी होली भी
      मनाकर देखो

      जवाब देंहटाएं
    4. अरे करना क्या है। पानी इंद्र देवता दे ही रहे है उन्ही से कहुगॉ थोड़ा सा रगं भी मिला ले। बस उसे जमा करो और खेलो होली। होली की शुभकामनाएॅ।

      जवाब देंहटाएं
    5. इंद्र देवता भी प्रसन्न हैं फिर क्या है खूब खेलो होली, सुन्दर रचना ... होली की हार्दिक शुभकामनायें ...

      जवाब देंहटाएं
    6. अरे करना क्या है!
      पानी इंद्र देवता दे ही रहे है. उन्ही से कहुगॉ थोड़ा सा रगं भी मिला ले। बस उसे जमा करो और खेलो होली। होली की शुभकामनाए!!

      जवाब देंहटाएं

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
    Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz