चीज़ कौन है पूरी कहानी पढ़कर आप स्‍वयं जान लीजिए

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • मैं:-“सर,इस नाचीज़ को गिरीश बिल्लोरे कहतें हैं”
    वे:-“हर चीज़ में ना लगाना ज़रूरी है क्या ?”
             गोया, हज़ूर हमें हमें पहचान गये कि हम कोई “चीज़ हैं” हमने इस सवाल का ज़वाब न देते हुए कहा - आपका वेबकास्ट इंटरव्यू लेना चाहता हूं..!
    वे:-“आप प्रश्नावली भेज दें में वीडियो भेज दूंगा ”
    मैं:- :-“हज़ूर,आपका वीडियो मेरे प्रसारण के लिये उपयुक्त नहीं यह लाईव ही रेकार्ड होता है ”  
    मेरे हज़ूर,सर आदि संबोधन से गोया वे इतने प्रभावित हो गये कि बोलने लगे:- “मेरे पास समय नहीं है ”   साहित्‍य के सुशील की सच्‍ची कहानी जानने के लिए क्लिक कीजिए और जो कहना चाहें, वही लिखिए
     
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