हरिभूमि में पढि़ए : सर्दियों की मर्दानगी
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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अविनाश वाचस्पति,
सर्दियां मर्द हैं,
हरिभूमि
सर्दियां किसी को अनढका नहीं रहने देतीं, उनका पूरा बस चले तो कोई बेकपड़ों के नहाये भी नहीं। सर्दी के चक्कर में कितने ही घनचक्कर कई-कई महीने नहाते ही नहीं हैं और होली और दिवाली के दिन नहाना संपन्न करते हैं। मतलब दिवाली पर नहाये और फिर होली पर नंबर आया – सर्दियां आईं और चली गईं। होली पर तो मजबूरी में रंग छुड़ाने के लिए नहाना पड़ता है। सर्दियों से सबसे ज्यादा चिढ़न राखी सावंत, मल्लिका शेरावत, बिपाशा बसु सरीखी अभिनेत्रियों को होती है और अभिनेताओं में सलमान ..... पूरा पढ़ने और प्रतिक्रिया देने के लिए क्लिक कीजिए
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