अपार हर्ष के साथ आपको सूचित कर रहा हूँ कि नववर्ष 2011 के आगमन पर देवभूमि उत्तराखण्ड के खटीमा नगर में
एक ब्लॉगरमीट का आयोजन 9 जनवरी, 2011, रविवार को किया जा रहा है!
इस अवसर पर आप सादर आमन्त्रित है।
विस्तृत कार्यक्रम निम्नवत् है-
खटीमा की दूरी निम्न नगरों से निम्नवत् है-
मुरादाबाद से 160 किमी
रुद्रपुर से 70 किमी
बरेली से 95 किमी
पीलीभीत से 38 किमी
हल्द्वानी से 90 किमी
देहरादून से 350 किमी
हरिद्वार से 290 किमी
दिल्ली से 280 किमी
लखनऊ से 280 किमी है।
♥ दिल्ली आनन्द विहार से दो दर्जन रोडवेज की बसें प्रतिदिन खटीमा के लिए आती हैं। कश्मीरीगेट से प्रतिदिन दो प्राईवेट लग्जरीबसें 2बाई2 रात को 9 बजे खटीमा के लिए चलती हैं, जो सुबह खटीमा आ जाती हैं।
जिनका किराया रोडवेज से कम है।
♥ दिल्ली से शाम को 4 बजे सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस काठगोदाम के लिए चलती है, -जो रात्रि 8ः30 पर रुद्रपुर आ जाती है। रुद्पुर से खटीमा मात्र 70 किमी है। रोडवेज की बसे यहाँ से खटीमा के लिए चलती रहती हैं। इसके अलावा प्रातः 9 बजे ओर रात को 9-30 पर भी ट्रेन रुद्पुर के लिए मिलती हैं।
♥ लखनऊ से ऐशबाग स्टेशन से खटीमा के लिए नैनीताल एक्सप्रेस में 3 रिजर्वेशन कोच टनकपुर के लिए लगते हैं। जो खटीमा प्रातःकाल पहुँच जाते हैं।
♥ लखनऊ से बरेली बड़ी लाइन की ट्रेन तो समय-समय पर मिलती ही रहती हैं। बरेली से रोडवेज की बसें बरेली सैटेलाइट बसस्टैंड से अक्सर मिलती रहती हैं। जो दो घण्टे में खटीमा पहुँचा देती हैं।
♥ देहरादून से रात को 10 बजे काठगोदाम एक्सप्रेस चलती है। जो प्रातः 5 बजे रुद्पुर पहुँच जाती है। यहाँ से रोडवेज की बस डेढ़ घण्टे में खटीमा पहुँचा देती है।
♥ हरिद्वार से भी 11 बजे रात्रि में काठगोदाम एक्सप्रेस पकड़ कर आप रुद्पुर उतर कर खटीमा की बस से आ सकते हैं।
♥ हरिद्वार और देहरादून से बहुत सी बसें खटीमा के लिए चलती हैं।
मान्यवर मित्रों!
आप खटीमा 9 जनवरी को अवश्य पधारें!
यहाँ सिक्खों का गुरूद्वारा श्री नानकमत्तासाहिब में मत्था टेकें।
माँ पूर्णागिरि के दर्शन करें। नेपाल देश का शहर महेन्द्रनगर यहाँ से मात्र 20 किमी है।
आप नेपाल की यात्रा का भी आनन्द लें।
मैं आपकी प्रतीक्षा में हूँ!
अपने आने की स्वीकृति मेरे निम्न मेल पते पर देने की कृपा करें।
Email- rcshashtri@uchcharan.com
Email- rcshashtri@uchcharan.com
डॉ. रूपचंद्र शास्त्री "मयंक"
टनकपुर रोड, खटीमा,
ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड, भारत - 262308.
Phone/Fax: 05943-250207,
टनकपुर रोड, खटीमा,
ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड, भारत - 262308.
बहुत सुंदर और आनंद पूर्ण आग्रह पढ़ कर आने का दिल कर रहा है . पूरा प्रयास करूँगा .
जवाब देंहटाएंखटीमा के बारे में जानकारी पाकर अच्छा लगा .
रावेंद्र कुमार रवि जी भी तो खटीमा में ही रहते है .
जवाब देंहटाएंवैसे खटीमा तहसील है या प्रखंड
शास्त्री जी आपको बहुत-बहुत बधाई। बहुत अच्छा लगा पढ़कर। आ नही पायेंगे परन्तु कार्यक्रम की रिपोर्ट का इन्तजार रहेगा। पुनश्चः बधाई स्वीकारें।
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी आप को शुभकामनाऎं अगर मै वहां होता तो जरुर आता, पढ कर बहुत खुशी हुयी, ओर आप का सम्मेलन कामजाब हो,धन्यवाद
जवाब देंहटाएंMerry Christmas
जवाब देंहटाएंhope this christmas will bring happiness for you and your family.
Lyrics Mantra
शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंमुझे तो पीलीभीत से बहुत पास लग रहा है
इसलिए मैं चाहे नई दिल्ली में हूं
पर आऊंगा पीलीभीत से ही
और किसी रंग की भीत
जरूर दूरी को बढ़ा देगी।
जो चलना चाहें
पहले पीलीभीत
फिर वहां से खटीमा
जल्दी बतलायें यहां।
शास्त्री जी आपको बहुत-बहुत बधाई। बहुत अच्छा लगा पढ़कर। आ नही पायेंगे परन्तु कार्यक्रम की रिपोर्ट का इन्तजार रहेगा। पुनश्चः बधाई स्वीकारें।
जवाब देंहटाएंखटीमा की सैर !
जवाब देंहटाएंआहा , मूंह में पानी आ गया शास्त्री जी ।
अब देखते हैं कैसे संभव हो पाता है ।
शुभकामनायें ।
शास्त्री जी आपको बहुत-बहुत बधाई। पढ़कर बहुत अच्छा लगा । इस प्रकार के आयोजन करना वास्तव में बहुत जिगर का काम है |हम नही पायेंगे परन्तु कार्यक्रम की रिपोर्ट का इन्तजार रहेगा।
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी बधाई स्वीकार करें । शुभकामनाएं । "खबरों की दुनियाँ"।
जवाब देंहटाएंखटीमा के बारे में जानकारी पाकर अच्छा लगा .
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंआपका निवेदन स्वीकार्य है ....ईश्वर कृपा रही तो आपके दर्शन करने का प्रयास करूँगा ....अग्रिम बधाई ...शुक्रिया
डॉ. दराल, केवल राम और मैं
जवाब देंहटाएंतीन तो हो गए
खुशदीप, शाहनवाज और अजय
साथ में सतीश सक्सेना
और जिनकी आ रही हो हां
मिलते हैं चलकर
चलो चलें खटीमा
आग्रह पढ़ कर आने का दिल कर रहा है,अब देखते हैं कैसे संभव हो पाता है ।पूरा प्रयास करूँगा .
जवाब देंहटाएंदिल्ली वालों के लिे तो पीलीभीत का रास्ता अधिक लम्बा हो जाएगा!
जवाब देंहटाएंदिल्ली से मुरादाबाद और वहां से रामपुर रुद्पुर होकर खटीमा!
मुरादाबाद, दिल्ली और खटीमा के मध्य में है!
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और हाँ!
खटीमा नैनीताल जिले की सबसे पुरानी तहसील है!
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आज से 50 साल पहले तो खटीमा पीलीभीत जिले की ही तहसील थी! जो 1960 में नैनीताल जिले में चली गई थी!
डॉ. दराल जी, मृत्युञ्जय कुमार राय जी, केवलराम जी, रवीन्द्र प्रभात जी और अविनाश वाचस्पति जी आपका आभार! मैं आपके स्वागत में पलक-पांवड़े बिछाए बैठा हूँ!
जवाब देंहटाएंआशा है कि ब्लॉगिंग के अन्य पुरोधा भी अपनी स्वीकृति से मुझे धन्य करेंगे!
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यहाँ पर रावेन्द्रकुमार रवि और डॉ. सिद्धेश्वर सिंह जैसे नामचीन्ह ब्लॉगर हैं! सब आपके स्वागत में तत्पर मिलेंगे!
बहुत बधाई व आयोजन सफल होने की शुभकामनायें ...!
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